मेरठ : जिले के रहने वाले आर्य त्यागी को यू ट्यूब ने साइबर विशेषज्ञ बना दिया है. जी हां, आर्य त्यागी मेरठ के एक ऐसे युवा हैं, जिनकी उम्र तो अभी महज 21 वर्ष है, लेकिन इतनी छोटी उम्र में अब तक साइबर सिक्योरिटी को लेकर दो किताबें लिख चुके हैं. युवा साइबर विशेषज्ञ आर्य त्यागी अब तक लगभग दो लाख तकनीकी विशेषज्ञों को साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूक करने के साथ ही यूपी, एमपी, हरियाणा, तेलंगाना पुलिस समेत लगभग दस आईपीएस अधिकारियों को साइबर से संबंधित जानकारी देकर जागरूक भी कर चुके हैं.
युवा साइबर विशेषज्ञ आर्य त्यागी देश के कई राज्यों में साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने को लेकर लोगों को जागरुक करते हैं. समय-समय पर विभिन्न संस्थाएं भी उन्हें बुलाकर उनके ज्ञान का लाभ लेती हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में आर्य त्यागी ने बताया कि वह पढ़ने में भी एवरेज थे, बहन होशियार थी, जिस वजह से उन्हें डांट पड़ती थी और एक दवाब भी परिवार की तरफ से रहता था कि अपनी बहन की तरह मेहनत और लगन से पढ़ाई करें.
वह बताते हैं कि जब कक्षा 11वीं में थे तो उन्होंने यू ट्यूब का सहारा लिया और साइबर सुरक्षा विषय पर ही तमाम जानकारी जुटाईं. हर पहलू को बेहद ही गंभीरता से लिया. वह कहते हैं कि घर वाले चाहते थे कि बहन की तरह सीए करूं. फाउंडेशन टेस्ट भी कोविड के दौरान दिया और पास हुए. उसके बाद इंटर्नशिप भी मिली, लेकिन मन नहीं माना. घरवालों ने पढ़ाई के लिए विदेश भेजने का प्लान दे दिया. जाने की तैयारी भी हो गई, लेकिन कोविड काल में उन्होंने यू ट्यूब से साइबर सिक्योरिटी को लेकर खूब ज्ञान प्राप्त किया, इसका नतीजा यह हुआ कि वह सीखते-सीखते दो किताब कब लिख गये, उन्हें खुद भी अब यह सोचकर हैरानी होती है.
वह बताते हैं कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए टीम बनाकर उन्होंने अपना स्टार्टअप शुरू किया है, जिसमें लगभग 15 युवा जुड़े हैं. उन्होंने बताया कि अब तक वह पूरे भारत में 2 लाख से अधिक लोगों को साइबर सुरक्षा और जांच के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर चुके हैं. इसके अतिरिक्त उन्होंने 1000 से अधिक सरकारी अधिकारियों और 10 से अधिक आईपीएस अधिकारियों को साइबर अपराध जांच में मार्गदर्शन प्रदान किया है. उनकी विशेषज्ञता को विभिन्न राज्यों की पुलिस ने भी पहचाना है. उन्होंने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना और कर्नाटक की पुलिस के साथ काम किया है. वर्तमान में मुंबई पुलिस के साथ भी उनकी बात चल रही है.
बता दें कि युवा साइबर विशेषज्ञ आर्य त्यागी अब तक दो किताबें लिख चुके हैं, उनकी पुस्तकों ‘Hack the Hackers Before They Hack You’ और ‘Exploiting Hackers' Mindset’ ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान की है. वर्तमान में वह अपनी तीसरी पुस्तक पर काम कर रहे हैं, जो साइबर सुरक्षा की गहराइयों को और भी विस्तृत रूप से उजागर करेगी. इसके साथ ही उनकी टीम साइबर अपराधों की जांच के लिए नए और अत्याधुनिक टूल्स विकसित कर रही है.
आर्य बताते हैं कि साइबर अपराधी हैं बहुत आगे की सोच के साथ क्राइम कर रहे हैं. हमें भी समय के साथ बड़े बदलाव और तकनीकी की मदद लेनी चाहिए. जिसके लिए वह और उनकी टीम के सभी बाकी साथी घंटों रिसर्च करते हैं. आर्य पुलिस अधिकारियों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ पॉडकास्ट के माध्यम से साइबर अपराधों की रोकथाम और उनसे निपटने के उपायों को आम जनता तक पहुंचाने का भी काम कर रहे हैं. आर्य त्यागी ने न केवल पुलिस अधिकारियों बल्कि सैन्य अधिकारियों को भी साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षित किया है, उनके प्रशिक्षण सत्रों में साइबर हमलों की पहचान, रोकथाम और प्रतिक्रिया के आधुनिक तरीकों पर विशेष जोर दिया जाता है.
युवा साइबर विशेषज्ञ आर्य बताते हैं कि उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ साइबर अपराधों को रोकना नहीं है, बल्कि एक ऐसा डिजिटल वातावरण तैयार करना है, जहां हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे. उनके प्रयासों ने न केवल भारत में साइबर सुरक्षा को एक नई पहचान दी है, बल्कि युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भी प्रेरित किया है. आर्य का मानना है कि इस क्षेत्र में तमाम सम्भावनायें हैं, जहां हम सेवा भी कर सकते हैं, जागरूक भी कर सकते हैं और अपनी पहचान भी बना सकते हैं.
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