गैरसैंण:उत्तराखंड में मूल निवास 1950, मजबूत भू कानून और स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने की मांग लगातार चली आ रही है. इसी कड़ी में मूल निवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति ने गैरसैंण के रामलीला मैदान में एक दिवसीय उपवास किया. साथ ही स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने, मूल निवास और भू कानून लागू करने की मांग उठाई. समिति ने मांगें पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी.
पहाड़ के अस्तित्व को बचाने के लिए एकजुट होने की जरुरत: मूल निवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि विधानसभा सत्र में सरकार को मूल निवास 1950, स्थायी राजधानी गैरसैंण और मजबूत भू कानून का प्रस्ताव पारित करना चाहिए. पहाड़ी राज्य की अस्मिता को बचाने के लिए इन सभी मुद्दों पर सरकार को प्रमुखता से कार्रवाई करनी चाहिए. मोहित डिमरी ने कहा कि उनका जीवन पहाड़ के लिए समर्पित है. वो इन तमाम मुद्दों को लेकर अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे. पहाड़ के अस्तित्व को बचाने के लिए सभी लोगों को एकजुट करने का अभियान जारी रहेगा.