नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है. कांग्रेस नाराज नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान के बाद अब कांग्रेस के दो पूर्व विधायक नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. इसे लेकर ETV भारत ने नसीब से कई चीजों को लेकर बातचीत की.
सवाल- आपने इस्तीफा क्यों दिया, क्या नाराजगी रही आपकी?
जवाब-हम बहुत दिनों से कह रहे थे कि कांग्रेस को आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं करना चाहिए था, क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस को खत्म करने के पीछे आम आदमी पार्टी का बड़ा हाथ रहा है. कांग्रेस को दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में हम पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर आए थे और आज पार्टी ने उन लोगों के साथ हाथ मिला लिया, जो एक षड्यंत्र के तहत सत्ता में आए. जो लोग पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला की सरकार और केंद्र की सरकार को भ्रष्ट बताते थे, आज वह खुद भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं. उन्हीं लोगों की वजह से कांग्रेस की यह हालत हुई. हम तो यह कहते हैं कि आप कांग्रेस का आम आदमी पार्टी में विलय कर लीजिए. मुझे लगता है कि दिल्ली में कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खड़गे नहीं, बल्कि जेल से अरविंद केजरीवाल चला रहे हैं.
सवाल- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हुआ है. इस पर क्या कहेंगे आप?
जवाब- कांग्रेस को दिल्ली में खत्म कर दिया गया है. और तो और हमारे कद्दावर नेता रहे अहमद पटेल के बच्चों को परेशान किया जा रहा है. गुजरात के भरूच जैसी सीट अहमद पटेल के परिवार को न देकर आम आदमी पार्टी को दे दी गई. जब सोनिया गांधी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष थीं, तब उन्होंने कांग्रेस को बहुत अच्छे से चलाया था. उन्होंने हमें मौका देकर यहां तक पहुंचा दिया. वहीं शीला दीक्षित ने जिस प्रकार से नई पीढ़ी को आगे बढ़ाया था, आज उन लोगों को जलील किया जा रहा है. हम अपनी भागीदारी इस पार्टी को खत्म करने में नहीं दे सकते, इसलिए हम इस्तीफा दे रहे हैं.
सवाल- आप पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं और आपने पार्टी को काफी समय दिया है. क्या पुराने नेताओं की कांग्रेस में सुनवाई नहीं होती?