जयपुर :राजधानी जयपुर के महेश नगर थाना इलाके में महिला सीआई और मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के बीच नोकझोंक के मामले को लेकर अब कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने पूछा है कि यह पुलिस की गुंडागर्दी है या राजकीय कार्य में बाधा? जहां यह पूरा विवाद हुआ है. वह इलाका मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में आता है. गृह विभाग भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास ही है. ऐसे में कांग्रेस ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस पूरे मामले को लेकर सवाल किए हैं.
फिर मत कहना जनता 'पर्ची सरकार' क्यों कहती है :दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक X अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया है. जिसमें डॉ. किरोड़ीलाल मीना की महिला सीआई से नोंक-झोंक साफ नजर आ रही है. इस पोस्ट में लिखा है, 'पुलिस की गुंडागर्दी या राजकीय कार्य में बाधा? बताइए मुख्यमंत्री जी... किसके खिलाफ कार्रवाई होगी? क्योंकि गृह मंत्री भी आप हैं और विधानसभा क्षेत्र भी आपका ही है. कार्रवाई नहीं.. तो फिर मत कहिएगा कि जनता 'पर्ची सरकार' क्यों कहती है?'
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छात्र नेता को पाबंद करने से जुड़ा है विवाद:यह पूरा विवाद एसआई भर्ती को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले दिनों टंकी पर चढ़ने वाले एक छात्र नेता से जुड़ा है. महेश नगर थाना पुलिस सोमवार रात को उसके घर उसे पाबंद करने पहुंची थी. इसी बीच डॉ. किरोड़ीलाल मीना भी वहां पहुंच गए और पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लगाया. इस पूरे मामले को लेकर पुलिस पर कथित तौर पर बल प्रयोग करने के आरोप भी लग रहे हैं.
युवाओं को आधी रात में गिरफ्तार करना अलोकतांत्रिक: जूली
वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, जयपुर में पुलिस द्वारा पढ़ाई कर रहे युवाओं को आधी रात में गिरफ्तार करना एक घोर निंदनीय और अलोकतांत्रिक कृत्य है. यह घटना भाजपा सरकार की युवा विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है. यह घटना बताती है कि प्रदेश की भाजपा सरकार और पुलिस अब जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रह गई है.
जनता की आवाज को नहीं दबाया जा सकता :जूली ने कहा, यह सिर्फ छात्रों पर अन्याय नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है. भाजपा सरकार सत्ता के नशे में यह भूल गई है कि लोकतंत्र में जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. उन्होंने इस कार्रवाई की घोर भर्त्सना की है और सरकार को चेताया है कि युवाओं की आवाज दबाने का प्रयास सरकार को महंगा पड़ेगा. जनता अब तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेगी. वे बोले- भाजपा सरकार को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में सत्ता जनता की सेवा के लिए है, न कि उनकी आवाज दबाने के लिए.