चंडीगढ़ :हरियाणा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस रिजल्ट डे से पूरी तरह से शॉक में है. कांग्रेस को यकीन था कि इस बार हरियाणा में 100 फीसदी कांग्रेस की सरकार बनेगी लेकिन नतीजों ने कांग्रेस पर वज्रपात कर दिया. कांग्रेस ने नतीजों को लेकर सवाल उठाए और बुधवार को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने बड़ा दावा करते हुए दीपक बाबरिया के फोन पर आए मैसेज का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा के 14 विधानसभा क्षेत्रों के ईवीएम में छेड़छाड़ की गई जिसके चलते कांग्रेस को हरियाणा में हार का सामना करना पड़ा और अब कांग्रेस ने इस पूरे मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है.
ईवीएम हैकिंग को लेकर हाईकोर्ट पहुंची कांग्रेस :हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष और होडल से पार्टी के उम्मीदवार रहे उदयभान ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है. उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से अनैतिक चुनावी गतिविधियों को लेकर हाईकोर्ट में आज याचिका दायर की गई है. वहीं हरियाणा कांग्रेस पार्टी के लीगल सेल के चेयरमैन के सी भाटिया ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उदयभान की तरफ से चुनाव में गड़बड़ी को लेकर अपनी याचिका लगाई गई है. इसके साथ ही शुक्रवार को भी चुनाव में हारे कुछ बाकी उम्मीदवारों की तरफ से भी ऐसे ही याचिका दाखिल की जाएगी. माना जा रहा है कि कांग्रेस के दस या इससे ज्यादा हारे उम्मीदवार जिन्हें चुनाव में गड़बड़ी की आशंका है वो भी अपनी याचिका हाईकोर्ट में दाखिल कर सकते हैं.
"जहां कांग्रेस जीती, वहां ईवीएम ठीक थी ?" :बुधवार को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने आरोप लगाया था कि ईवीएम हैक करके बीजेपी ने वोट चुराए हैं. इस संबंध में उन्होंने हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया के मैसेज का जिक्र किया था. इस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने कांग्रेस पर पलटवार किया है और कहा कि कांग्रेस को बताना होगा कि जिन 37 जगह पर कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं, क्या उन जगहों पर ईवीएम ठीक थी. बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र को हमेशा कमजोर करने का काम किया है. इस प्रकार की भविष्यवाणी तो कई एग्जिट पोल ने भी की थी, जिसमें बताया गया था कि कौन सी पार्टी कितनी सीटें जीत रही है. कांग्रेस के भी विधायक 37 जगह जीते हैं लेकिन कांग्रेस ने उन की जीत पर लोगों का आभार नहीं जताया. कांग्रेस को जो लोगों का मैंडेट मिला है उसका सम्मान करना चाहिए. कांग्रेस ने सबसे पहले चुनाव आयोग पर आरोप लगाए, फिर ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए.