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विधायक नीलकंठ के दावे पर कांग्रेस और झामुमो नेताओं ने दी प्रतिक्रिया, कहा-पुल-पुलिया बनाने से नहीं होता विकास

विधानसभा चुनाव करीब आते ही नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. खूंटी विधायक के दावों पर सवाल उठ रहे हैं.

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 4 hours ago

MLA Nilkanth Singh Munda
खूंटी विधानसभा सीट. (कॉन्सेप्ट इमेज-ईटीवी भारत)

खूंटीः झारखंड बीजेपी के उपाध्यक्ष सह खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के 25 साल के कार्यकाल और विकास के दावों पर कांग्रेस, झामुमो और समाजसेवियों ने सवाल उठाए हैं. विपक्षी दलों के नेता और समाजसेवियों ने कहा कि पुल, पुलिया और सड़क बनाने से क्षेत्र का विकास नहीं होता है. विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य समेत बुनियादी सुविधाएं भी जरूरी हैं, तभी गांव, समाज और शहर का विकास संभव है.

क्या था विधायक नीलकंठ का दावा

खूंटी विधानसभा सीट से लगातार 25 वर्षों से विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा लगातार कहते रहे हैं कि 25 सालों में खूंटी जिले में सड़कों की जाल बिछा दी है. नदियों से लेकर नालों तक पुल-पुलिया का निर्माण कराया है और लोगों को सशक्त बनाया है. हाल ही में ईटीवी भारत को दिए इंटरव्यू में भी उन्होंने दावा किया था कि हमने 25 वर्षों के भीतर खूंटी का विकास किया है. नीलकंठ के इस बयान के बाद खूंटी में सियासत गरमा गई है.

बयान देते विभिन्न पार्टियों के नेता और समाजसेवी. (वीडियो-ईटीवी भारत)

कांग्रेस और झामुमो ने किया कटाक्ष

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के विकास के दावों को कांग्रेस, झामुमो और खूंटी के नेताओं ने चुनौती दी है. नेताओं का दावा है कि सड़कें और पुल-पुलिया बनाने से क्षेत्र का विकास नहीं होता है. नेताओं ने कहा कि विकास के लिए सड़कें जरूरी हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा जरूरी है, जो इन 25 सालों में नहीं हुआ.

शिक्षा के क्षेत्र में नहीं हुआ काम

जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि विधायक नीलकंठ के 25 साल के कार्यकाल में खूंटी में आज भी जर्जर भवनों में स्कूल चल रहे हैं. शिक्षा का स्तर कभी ऊंचा नहीं हुआ और वर्षों के प्रतिनिधित्व करने वाले जनप्रतिनिधि ने कभी भी खूंटी की जनता को शिक्षित नहीं होने दिया. कांग्रेस और झामुमो का आरोप है कि विधायक ने शिक्षा के क्षेत्र में इसलिए काम नहीं किया कि अगर जनता शिक्षित हो जाएगी तो इनका वोट बैंक खराब हो जाएगा. जिससे इनकी राजनीति नहीं हो पाएगी. यही कारण है कि खूंटी में कानून व्यवस्था चौपट है.साथ ही मानव तस्करी और पलायन जैसी समस्याएं बढ़ी हैं.

विकास के लिए बेहतर विजन की जरूरत

इस संबंध में कभी विधायक नीलकंठ मुंडा के करीबी रहे मुखिया सह झामुमो नेता सूरजु हस्सा ने विधायक के दावों पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि 25 सालों के भीतर खूंटी में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है. लगातार भाजपा यहां से प्रतिनिधित्व कर रही है. इन 25 सालों में विधायक को पुल-पुलिया और सड़कों के अलावा कुछ दिखाई नहीं दिया.

शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सड़कें बनी, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ. आज भी बच्चे स्कूलों के जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. यदि विधायक चाहते तो इन 25 सालों में खूंटी की तस्वीर बदल जाती. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. सुरजु ने कहा कि इस बार समाज और किसानों के लिए बेहतर विकास का विजन रखने वाले नेता को चुनेंगे, चाहे वो किसी दल के हों.

खूंटी की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ नहीं

वहीं जिला परिषद सदस्य सह कांग्रेस नेता सुशील सांगा ने कहा कि जब से खूंटी के जिला बनने से पूर्व से लेकर अब तक यहां से भाजपा लगातार जीतते आई है, लेकिन यहां किसी तरह का कोई विकास नजर नहीं आता. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों ने कभी पहल नहीं की. जिसके कारण यहां के लोग शिक्षित नहीं हो सकें हैं.

इसके अलावा जब कोई बीमार पड़ जाता है तो समय पर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाती है. इस कारण कई बार मरीजों की मौत हो जाती है. सुशील सांगा ने पूर्व सांसद और वर्तमान विधायक पर आरोप लगाया कि यहां के जीते हुए जनप्रतिनिधि कभी नहीं चाहे कि खूंटी की जनता शिक्षित हो. अगर खूंटी की जनता शिक्षित हो जाती तो उनकी राजनीति नहीं चल पाती. लोग शिक्षित हो जाएंगे तो वोट नहीं देंगे. 2019 के दौरान नॉलेज सिटी प्रोजेक्ट को भी स्थापित नहीं होने दिया गया.

खूंटी में विकास की बात बेईमानी

वहीं इस संबंध में कांग्रेस ओबीसी विभाग के जिलाध्यक्ष एडवर्ड हंस ने बताया कि अब खूंटी में विकास की बात करना बेईमानी होगी. शहर में खिलखिलाता खूंटी का बैनर जरूर लगा है, लेकिन खूंटी आज भी बहुत पीछे है. नॉलेज सिटी विकास के तौर पर जरूर आया, लेकिन जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण नॉलेज सिटी का काम रूक गया. रोड और पुल-पुलिया से विकास नहीं होता है, बल्कि इसके अलावा स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम करने की जरूरत थी, जो 25 वर्षों में नहीं हुआ.

पलायन और मानव तस्करी में कमी नहीं

वहीं झाविमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सह समाजसेवी दिलीप मिश्रा ने भी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के उन सभी दावों पर कटाक्ष किया है. दिलीप मिश्रा ने कहा कि खूंटी में भाजपा का खूंटा जरूर मजबूत है. यहां 45 सालों तक भाजपा से कड़िया मुंडा सांसद रहे और वर्तमान में 25 सालों से नीलकंठ विधायक हैं. लेकिन इसके बावजूद यहां पलायन और मानव तस्करी में कमी नहीं आई.

ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं से वंचित

खूंटी में आज भी ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. पानी और बिजली के लिए आज भी लोग त्राहिमाम हैं. खूंटी में नियोजन नहीं मिलने के कारण हर साल सैकड़ों लोग पलायन करते हैं. धनकटनी के बाद लोग अपने घरों को छोड़ दूसरे राज्यों की ओर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि का जो दायित्व है उसका निर्वहन करते तो शायद आज खूंटी की तस्वीर बदल जाती और यहां की जनता दूसरे जिले जाकर शिक्षा हासिल नहीं करते.

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