खूंटीः झारखंड बीजेपी के उपाध्यक्ष सह खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के 25 साल के कार्यकाल और विकास के दावों पर कांग्रेस, झामुमो और समाजसेवियों ने सवाल उठाए हैं. विपक्षी दलों के नेता और समाजसेवियों ने कहा कि पुल, पुलिया और सड़क बनाने से क्षेत्र का विकास नहीं होता है. विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य समेत बुनियादी सुविधाएं भी जरूरी हैं, तभी गांव, समाज और शहर का विकास संभव है.
क्या था विधायक नीलकंठ का दावा
खूंटी विधानसभा सीट से लगातार 25 वर्षों से विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा लगातार कहते रहे हैं कि 25 सालों में खूंटी जिले में सड़कों की जाल बिछा दी है. नदियों से लेकर नालों तक पुल-पुलिया का निर्माण कराया है और लोगों को सशक्त बनाया है. हाल ही में ईटीवी भारत को दिए इंटरव्यू में भी उन्होंने दावा किया था कि हमने 25 वर्षों के भीतर खूंटी का विकास किया है. नीलकंठ के इस बयान के बाद खूंटी में सियासत गरमा गई है.
कांग्रेस और झामुमो ने किया कटाक्ष
विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के विकास के दावों को कांग्रेस, झामुमो और खूंटी के नेताओं ने चुनौती दी है. नेताओं का दावा है कि सड़कें और पुल-पुलिया बनाने से क्षेत्र का विकास नहीं होता है. नेताओं ने कहा कि विकास के लिए सड़कें जरूरी हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा जरूरी है, जो इन 25 सालों में नहीं हुआ.
शिक्षा के क्षेत्र में नहीं हुआ काम
जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि विधायक नीलकंठ के 25 साल के कार्यकाल में खूंटी में आज भी जर्जर भवनों में स्कूल चल रहे हैं. शिक्षा का स्तर कभी ऊंचा नहीं हुआ और वर्षों के प्रतिनिधित्व करने वाले जनप्रतिनिधि ने कभी भी खूंटी की जनता को शिक्षित नहीं होने दिया. कांग्रेस और झामुमो का आरोप है कि विधायक ने शिक्षा के क्षेत्र में इसलिए काम नहीं किया कि अगर जनता शिक्षित हो जाएगी तो इनका वोट बैंक खराब हो जाएगा. जिससे इनकी राजनीति नहीं हो पाएगी. यही कारण है कि खूंटी में कानून व्यवस्था चौपट है.साथ ही मानव तस्करी और पलायन जैसी समस्याएं बढ़ी हैं.
विकास के लिए बेहतर विजन की जरूरत
इस संबंध में कभी विधायक नीलकंठ मुंडा के करीबी रहे मुखिया सह झामुमो नेता सूरजु हस्सा ने विधायक के दावों पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि 25 सालों के भीतर खूंटी में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है. लगातार भाजपा यहां से प्रतिनिधित्व कर रही है. इन 25 सालों में विधायक को पुल-पुलिया और सड़कों के अलावा कुछ दिखाई नहीं दिया.
शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सड़कें बनी, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ. आज भी बच्चे स्कूलों के जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. यदि विधायक चाहते तो इन 25 सालों में खूंटी की तस्वीर बदल जाती. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. सुरजु ने कहा कि इस बार समाज और किसानों के लिए बेहतर विकास का विजन रखने वाले नेता को चुनेंगे, चाहे वो किसी दल के हों.
खूंटी की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ नहीं