जयपुर.राजस्थान की बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट और बागीदौरा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों ने सोमवार को अपना नामांकन वापस नहीं लिया. ऐसे में अब पार्टी अपने प्रत्याशियों के खिलाफ ही एक्शन ले सकती है. इसको लेकर सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इशारा किया. हालांकि, अभी तक औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. दरअसल, कांग्रेस ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अरविंद डामोर को प्रत्याशी बनाया था, जबकि बागीदौरा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पार्टी ने कपूरसिंह को टिकट दिया था. इन दोनों ने नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन यानी 4 अप्रैल को अपने नामांकन दाखिल किए थे. उसके बाद रविवार रात को कांग्रेस ने भारतीय आदिवासी पार्टी के उम्मीदवारों को समर्थन देने का ऐलान किया, लेकिन इसके बावजूद दोनों प्रत्याशियों ने सोमवार को अपना नामांकन वापस नहीं लिया. ऐसे में अब पार्टी दोनों नेताओं से खासा नाराज चल रही है और सभावना जताई जा रही है कि इन दोनों के खिलाफ आगे कार्रवाई हो सकती है. वही, डोटासरा ने भी इसको लेकर इशारा किया, लेकिन फिलहाल तक औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है.
पहले प्रत्याशी बदलने से हुई फजीहत : महेंद्रजीत सिंह मालवीय के भाजपा में जाने और बांसवाड़ा-डूंगरपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस इस सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी से गठबंधन करना चाह रही थी. हालांकि, बाप संग सहमति नहीं बनने की सूरत में कांग्रेस ने यहां से अर्जुन सिंह बामणिया को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया, लेकिन आखिरी वक्त पर उनकी जगह अरविंद डामोर को प्रत्याशी बना दिया गया. वहीं, डामोर ने नामांकन भी कर दिया, लेकिन नामांकन वापसी की समय सीमा खत्म होने से पहले कांग्रेस ने बाप प्रत्याशी राजकुमार रोत को समर्थन दे दिया, जबकि बागीदौरा सीट पर भी उपचुनाव में बाप प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा किए जाने के बाद भी कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया.