नई दिल्ली:दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया, जिसमें विशेष स्वच्छता अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई और कंस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन (सीएंडडी) कचरे के प्रबंधन में आ रही प्रमुख चुनौतियों का समाधान तलाशा गया. इस बैठक में एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी, जैसे कि अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस, जितेंद्र यादव, प्रमुख अभियंताश्री केपी सिंह और सभी जोनल डीसी शामिल हुए.
विशेष स्वच्छता अभियान की सराहना:बैठक का उद्देश्य आगामी त्योहारों के मद्देनजर दिल्ली को साफ़ और स्वच्छ रखना था. मेयर डॉ. ओबेरॉय ने विशेष स्वच्छता अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, लेकिन साथ ही उन्होंने विभिन्न स्थानों पर अनधिकृत रूप से कचरा फेंकने की समस्या और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के सड़कों से कचरा संग्रहण में चुनौतियों पर भी चिंता व्यक्त की.
मेयर ने एमसीडी और अन्य नागरिक एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में मलबा और कचरा हटाने में देरी हो रही है, इसलिए हमें सभी उपायुक्तों को दिशा-निर्देश देने की आवश्यकता है, ताकि कचरा संग्रहण और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी रखी जा सके.”
लापरवाही की स्थिति में जेई एसआई जिम्मेदार:उन्होंने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि किसी भी लापरवाही की स्थिति में जेई (जूनियर इंजीनियर) और एसआई (सफाई निरीक्षक) को जवाबदेह ठहराया जाएगा. पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नियमित प्रमाणन प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा और सब कुछ की जांच के लिए एक मॉनिटरिंग सिस्टम का निर्माण किया जाएगा.