जयपुर: राजस्थान विधानसभा में मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित 6 विधायकों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा घेराव का एलान किया. हालांकि, पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया. पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.
इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. बेरिकेडिंग पार कर आगे बढ़ने वाले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह भाजपा सरकार की जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की चाल है. जनता से जुड़े सवालों का सरकार जवाब नहीं दे पा रही है. इसलिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.
कांग्रेस का प्रदर्शन, सुनिए किसने क्या कहा... (ETV Bharat Jaipur) निलंबन बहाली तक करेंगे सीएम का विरोध : प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हम भी सरकार में रहे हैं, लेकिन इस तरह कभी बदतमीजी नहीं की, जिस तरह का बर्ताव आज भाजपा कर रही है. उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस के छह विधायकों का निलंबन बहाल नहीं हो जाता. राजस्थान के सीएम जहां भी जाएंगे कांग्रेस के कार्यकर्त्ता उनका विरोध करेंगे.
सरकार नहीं चाहती विधानसभा चले : सांसद मुरारीलाल मीना ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि विधानसभा चले. ये जनता से जुड़े मुद्दों पर डिबेट नहीं चाहते हैं. इसलिए इंदिरा गांधी को लेकर टिपण्णी की गई है. सरकार की दिल्ली से लेकर राजस्थान तक यही स्थिति है. हम इसके खिलाफ पुरजोर आवाज उठाएंगे. वहीं, सांसद हरीश मीना ने कहा इंदिरा गांधी केवल कांग्रेस की नहीं, बल्कि देश की नेता थी. उन पर जिस तरह टिप्पणी की गई और विरोध करने पर छह विधायकों का निलंबन किया गया. यह निंदनीय है. हम इसके खिलाफ पूरजोर आवाज उठाएंगे.
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यह अलोकतांत्रिक, लोकतंत्र पर हमला : पूर्व मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश के लिए अपना बलिदान दिया. उनके लिए जो व्यंग्यात्मक टिप्पणी की गई, वह निंदनीय है. इनको फ्लोर मैनेजमेंट आता तो मंत्री तत्काल इस टिप्पणी के लिए खेद जताते. यह तो छह विधायकों को निलंबित कर आवाज को दबाने में जुटे हैं. यह अलोकतांत्रिक कदम और लोकतंत्र पर हमला है.
कांग्रेस का विधानसभा घेराव (ETV Bharat Jaipur) विरोध की आवाज को दबाने का प्रयास : उन्होंने कहा कि मोहनलाल सुखाड़िया से लेकर अब तक की कांग्रेस सरकारों में हमारी पार्टी ने कभी इस तरह की बातें नहीं की, लेकिन लोकसभा में, राज्यसभा में और विधानसभाओं में बात रखने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. ये जनप्रतिनिधियों की आवाज को रोकना चाहते हैं. उनकी आवाज रुकेगी नहीं.
इससे पहले भी भाजपा ने किया शख्सियतों का अपमान : लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी भाजपा के विधायकों और मंत्रियों ने देश की शख्सियतों का अपमान किया है. इंदिरा गांधी के लिए मंत्री ने जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है. इससे प्रदेश के लोगों में गुस्सा है. हम आगे बढ़ेंगे. सदन में जिस तरह से कांग्रेस के नेताओं का विरोध किया गया है, उस पर उन्होंने विरोध दर्ज करवाया.
सरकार जवाब नहीं दे पा रही, निकाल रही फ्रस्ट्रेशन : पूर्व विधायक कृष्णा पूनिया ने कहा कि यह सरकार जनता के मुद्दे नहीं संभाल पा रही है. जनता के सवालों के जवाब नहीं दे पा रही है. यह सरकार राजस्थान को नहीं संभाल पा रही है. विपक्ष अपने सवालों के जरिए सरकार को घेर रहा है. ऐसे में इनका फ्रस्ट्रेशन इंदिरा गांधी पर टिप्पणी के रूप में निकला है. हम सरकार को माफी मांगने पर मजबूर करेंगे.