लखनऊः मौनी अमावस्या पर महाकुंभ मेला में संगम तट पर हुई भगदड़ को लेकर बयान देते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए. प्रयागराज में हुई दुखद घटना को लेकर सीएम बुधवार को राजधानी में मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने हादसे के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बताया कि कब, कैसे और कहां क्या हुआ. सरकार की तैयारी क्या थी और ऐसी दुर्घटनाएं भविष्य में फिर न हों. इसके लिए सरकार, पुलिस प्रशासन क्या करने जा रहे हैं? इस बीच योगी बोलते-बोलते रुआंसे हो गए. उनका गला रुंध गया और कुछ सेकेंड तक वह कुछ बोल नहीं पाए.
फिर उन्होंने खुद को संभाला और आगे बतौर उत्तर प्रदेश के मुखिया पूरे घटनाक्रम पर सरकार का पक्ष रखा. योगी बोले, 'यह घटना दुखद है, मर्माहत करने वाली है. उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हम लोग रात से ही मेला प्रशासन के संपर्क में हैं. मेला प्राधिकरण, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित जितनी भी अन्य व्यवस्थाएं हो सकती थीं, वहां पर तैनात किया गया है.'
महाकुंभ में भगदड़ की विस्तार से जानकारी देते सीएम योगी. (Video Credit; ETV Bharat) पुलिस के स्तर पर भी होगी जांच: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित किया गया है. इसमें पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह कमेटी में शामिल हैं. इसके साथ ही भगदड़ में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. हादसे की विस्तृत पड़ताल की जाएगी. प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक गुरुवार को प्रयागराज में मौके पर जाएंगे. पुलिस के स्तर से भी जांच करवाएंगे कि आखिर कैसे हादसा हुआ? सीएम योगी ने बताया, 'मंगलवार को शाम 7 बजे से ही काफी ज्यादा संख्या में श्रद्धालु स्नान भी कर रहे थे. काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मूहर्त का भी इंतजार कर रहे थे. ये दुर्भाग्यपूर्ण हादसा इसी दौरान अखाड़ा मार्ग पर संगम के तट पर हुआ. जिसमें 90 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से या सामान्य रूप से घायल हुए. हादसा भीड़ के द्वारा अखाड़ा मार्ग के बैरिकेडिंग को तोड़ने और उसके बाद कूद करके जाने के कारण हुआ है. इस हादसे में 30 की दुखद मृत्यु हुई है. 36 घायलों को इलाज चल रहा है. बाकि अन्य घायलों को उनके परिजन लेकर चले गए हैं.'
पीएम मोदी से 4 बार बात की, शाह-नड्डा को किया अपडेट:सीएम योगी ने कहा कि हादसे के 5 मिनट के अंदर घटनास्थल पर एंबुलेंस पहुंची और पुलिस के जवान, पीड़ितों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया. इस दौरान सुचारू रूप से अमृत स्नान चलता रहा. सभी अखाड़े के संतों और शंकराचार्य के साथ लगभग 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया. उन्होंने कहा, 'मैं रात साढ़े 3 बजे से वॉर रूम से अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहा. 4 बार प्रधानमंत्री मोदी से बात की. उनको फोन पर दुर्घटना, राहत और बचाव कार्यों का अपडेट दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी फोन पर जानकारी दी.'
सीएम योगी ने कहा कि मेला प्रशासन, मेला पुलिस की सजगता और सक्रियता से इस बड़े हादसे को सीमित कर दिया. खुद इस घटना की पल-पल की रिपोर्ट लेते रहे. बुधवार सुबह घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों से अपडेट लिया और तड़के ही अपने सरकारी आवास पर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि इन मुद्दों पर प्रश्न उठना स्वभाविक भी है.
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