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पॉलीहाउस निर्माण पर सीएम की अफसरों को दो टूक, लेटलतीफी पर होगा एक्शन, प्राकृतिक खेती पर लिया फैसला - CM Dhami reviewed Meeting

Agriculture and Horticulture Department reviewed Meeting at Dehradun सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून सचिवालय में कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा की. समीक्षा करते हुए सीएम धामी ने पॉलीहाउस निर्माण पर अफसरों को हिदायत देते हुए लेटलतीफी पर कार्रवाई होने की बात कही.

Meeting of Agriculture and Horticulture Department in Dehradun Secretariat
देहरादून सचिवालय में कृषि एवं उद्यान विभाग की बैठक (PHOTO- UTTARAKHAND INFORMATION DEPARTMENT)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 3, 2024, 7:01 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड सरकार प्रदेश में किसानों की आय को दोगुनी करने के साथ ही प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है. हालांकि, समय-समय पर राज्य और केंद्र सरकार की ओर से तमाम योजनाएं भी संचालित की जाती रही है. ताकि कृषि छोड़ रहे किसानों को कृषि कार्यों के प्रति प्रेरित किया जा सके. इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में कृषि और उद्यान विभाग की समीक्षा की.

बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में किसानों की आर्थिकी को बढ़ाने के लिए बेहतर प्रयास किया जाए. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की ओर से संचालित तमाम योजनाओं का लाभ किसानों को एक पैकेज के रूप मिले. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही है योजनाओं का पूरा लाभ किसानों को ही मिले, इसके लिए राज्य और जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाया जाए.

पॉलीहाउस पर नाराज हुए सीएम: प्रदेश में तय लक्ष्य के अनुसार पॉलीहाउस का निर्माण न कराए जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पॉलीहाउस के निर्माण में लेटलतीफी करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए. साथ ही हर साल के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पॉलीहाउस का निर्माण कराया जाए. बता दें कि 2027 तक राज्य में 23 हजार 342 पॉलीहाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक 8500 पॉलीहाउस बनाए गए हैं.

बाजरा उत्पादन को बढ़ावा: सीएम धामी ने कहा कि कृषि यंत्रीकरण योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिले, इस पर विशेष ध्यान दें. क्योंकि कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत तमाम कृषि यंत्रों पर 80 फीसदी तक की सब्सिडी दी जा रही है. फार्म मशीनरी बैंक योजना से किसानों को जोड़ा जाए, ताकि इसका लाभ मिल सके. साथ ही सभी ग्राम पंचायतों को फार्म मशीनरी बैंक योजना से जोड़ा जाए. सीएम ने कहा कि राज्य में मिलेट्स (बाजरा) को बढ़ावा देने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है. मिलेट उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि को बढ़ाने के साथ ही उत्पादन भी बढ़ाने की जरूरत है. ऐसे में उत्पादों की वैल्यू एडिशन पर विशेष ध्यान देते हुए राज्य में प्राकृतिक खेती को और अधिक बढ़ावा दिया जाए.

ऐरोमैटिक सेक्टर को बढ़ाने पर जोर: सीएम ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में सेब और कीवी मिशन के तहत तेजी से काम किए जाएं. उन्होंने कहा कि सेब के उत्पादन को बढ़ाने के साथ ही पैकेजिंग और मार्केटिंग पर भी ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि सेब और कीवी उत्पादन में बढ़ोतरी होने से प्रदेश के किसानों की आय भी काफी अधिक बढ़ेगी. सीएम ने कहा कि राज्य में अरोमा के क्षेत्र में भी तमाम संभावनाएं हैं. ऐसे में ऐरोमैटिक सेक्टर (सुगंधित क्षेत्र) के जरिए किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है. लिहाजा, किसानों को ऐरोमैटिक खेती के लिए प्रेरित किया जाए.

बढ़ाई जा रही महिलाओं की भागीदारी: बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं की आय को बढ़ाने के लिए 28 महिलाओं को नमो ड्रोन दीदी योजना से जोड़ा गया है. इसी साल, इस योजना से 280 महिलाओं को जोड़ा जाएगा. स्टेट मिलेट मिशन नीति के तहत अभी तक एक हजार महिलाओं का समूह गठित किया गया है. साल 2025 तक इन समूहों की संख्या को तीन हजार करने का लक्ष्य रखा गया है. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 5 हजार महिला कृषकों को स्वरोजगार के लिए जैविक खेती की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. चाय उत्पादन और सुगंध कृषि एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जा रही है.

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