रामनगर: अल्मोड़ा के सल्ट क्षेत्र के मार्चुला में हुए बस हादसे के बाद सीएम धामी ने दिल्ली में रहते हुए अपने सभी कार्यक्रम और बैठक रद्द की और रामनगर के लिए रवाना हुए. दोपहर बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर पहुंचे और घायलों से मुलाकात की. सीएम धामी ने हादसे में मृतकों के परिवार को 4-4 लाख और घायलों को 1-1 लाख सहायता राशि देने की घोषणा की है.
हालांकि अस्पताल पहुंचने पर सीएम धामी को लोगों का विरोध झेलना पड़ा. अस्पताल के बाहर मौजूद घायलो के तीमारदार और स्थानीय लोगों ने सीएम धामी के खिलाफ विरोध के नारे लगाते हुए नारेबाजी की और रामनगर रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड से हटाने की मांग की. लोगों ने कहा कि अस्पताल केवल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है.
गौर है कि 4 नवंबर सोमवार को पौड़ी और अल्मोड़ा जिले के बॉर्डर एरिया में सल्ट के मार्चुला के पास बस सुबह करीब 8 बजे 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी. हादसे में 28 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 8 घायलों ने रामनगर अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. गंभीर रूप से तीन घायलों को एम्स ऋषिकेश और अन्य घायलों को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में एयरलिफ्ट कर लाया गया. अन्य घायलों का उपचार रामनगर रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में जारी है. 42 सीटर बस में 50 से ज्यादा लोग सवार थे.
तीन अधिकारियों पर एक्शन: वहीं सीएम धामी ने हादसे पर सख्त एक्शन लेते हुए पौड़ी, अल्मोड़ा के प्रवर्तन एआरटीओ और रामनगर की प्रभारी एआरटीओ को हटाने के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं.