पटना: बिहार में अगले साल यानी 2025 के अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. सत्ता में वापसी के लिए नीतीश कुमार ने फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है. 15 दिसंबर से वे (नीतीश कुमार) महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले हैं. यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के बगहा से होगी. संवाद के लिए पांच आदिवासी महिलाओं का चयन भी कर लिया गया है.
नीतीश कुमार की चर्चा में शामिल होंगी ये महिलाएं : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी 15वीं यात्रा पर निकलने वाले हैं. इस यात्रा को 'महिला संवाद यात्रा' नाम दिया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री महिलाओं से संवाद करेंगे और इलाके के विकास पर चर्चा करेंगे. संवाद के लिए हेमा कुमारी, मीता कुमारी समेत 5 आदिवासी महिलाओं का चयन किया गया है. संवाद में शामिल महिलाएं इलाके की विकास में आड़े आ रही समस्याओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगी.
हेमा देवी की नीतीश से डिमांड : मुख्यमंत्री के साथ संवाद के लिए चुनीं गई हेमा देवी ने बताया कि, मुख्यमंत्री आएंगे, इसकी खुशी है. उनके द्वारा शुरू की गई 7 निश्चय योजनाओं से गांवों की सूरत बदली है. शराबबंदी से महिलाओं पर हो रहे अत्याचार में कमी आई है. जीविका की वजह से लोगों को रोजगार मिला है.
''इलाके के विकास से जुड़ी कुछ जरूरी मांगों को भी रखेंगे. जंगल किनारे बसे इलाकों में सिंचाई की व्यवस्था के लिए नहर की जरूरत. आदिवासी बहुल हरनाटांड़ से पटना के लिए सरकारी बस हमारी मुख्य मांगे हैं.''- हेमा देवी, स्थानीय, बगहा
'चंपारण नीतीश कुमार के दिल में..' : वहीं महिला संवाद के लिए चुनीं गई मीता देवी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पश्चिमी चंपारण से यात्रा का शुभारंभ करना दर्शाता है कि वो हमें भूले नहीं हैं. यह जिला उनके दिल में बसता है. उनके विकास कार्यों और अन्य योजनाओं की ही देन है कि आज महिलाएं पुरुषों के कंधा से कंधा मिलाकर चल रहीं हैं.
''हमलोगों को कॉल आया है कि सीएम से मिलकर उनके साथ विकास के मुद्दे पर संवाद करना है और कार्यों की जानकारी देनी है. इलाके में कई कार्य हुए हैं, जिनसे गांव की तस्वीर बदली है. खासकर नीतीश कुार के कार्यकाल में महिलाओं को अपनी अलग पहचान मिली है. शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है. अधूरे कार्यों को पूरा कराने की उनसे डिमांड करेंगे.''- मीता देवी, स्थानीय, बगहा