पटना:नीतीश सरकारने बिहार वासियों को तोहफा दिया है. सीएम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में लगभग 3500 करोड़ की 1,094 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. सीएम ने रिमोट के माध्यम से जल संसाधन विभाग के अंतर्गत इन योजनाओं की सौगात दी है.
लगभग 3500 करोड़ की योजनाओं का तोहफा:सीएम नीतीश ने कुल 3,420.60 करोड़ रुपये लागत की 1,094 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इसके तहत 1,475.17 करोड़ रुपये की 701 योजनाओं का लोकार्पण और 1945.43 करोड़ रुपये की 393 योजनाओं का शिलान्यास किया गया. इसके अलावा बेगूसराय के सिमरिया में भी करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण हुआ.
जल संसाधन विभाग की योजनाओं को मंजूरी: इस दौरान सीएम ने बांधों का उच्चीकरण, सुदृढीकरण एवं पक्कीकरण तथा स्लूईस गेट से संबंधित योजनाओं का लोकार्पण किया. इन योजनाओं में मधुबनी एवं दरभंगा जिले में कमला बलान बायां तटबंध एवं दायें तटबंध के 80 किलोमीटर की लंबाई में कुल 325.12 करोड़ रुपये की लागत से बांध का उच्चीकरण, सुदृढीकरण एवं पक्कीकरण का कार्य शामिल है.
बाढ़ प्रबंधन योजना के तहत हेड रेगुलेटर का निर्माण: साथ ही समस्तीपुर जिले में बागमती बाढ़ प्रबंधन योजना फेज-III (B) के तहत सिरनिया-फुहिया तटबंध के 70.793 किलोमीटर पर 38.26 करोड़ रुपये की लागत से 12 वेंट के एण्टी पलड स्लूईस का निर्माण कार्य एवं शिवहर जिले में बागमती बाढ़ प्रबंधन योजना फेज-IV (A) के तहत ग्राम बेलवा के नजदीक 79.94 करोड़ रुपये की लागत से 50 हजार क्यूसेक के हेड रेगुलेटर का निर्माण कार्य शामिल है.
हर खेत तक सिंचाई का पानी कार्यक्रम: सिंचाई प्रक्षेत्र से संबंधित लोकार्पित होनेवाली योजनाओं के अंतर्गत नहरों के पुनर्स्थापन, लाईनिंग, आधुनिकीकरण, नहरों के सेवा पथ का पक्कीकरण एवं पम्प हाउस के निर्माण संबंधी कार्य हैं. इसके तहत बिहार के कई जिलों में हर खेत तक सिंचाई का पानी कार्यक्रम के तहत 232.16 करोड़ रुपये की लागत से 687 योजनाओं का लोकार्पण किया गया.
नदियों को जोड़ने का काम: नालंदा जिला अंतर्गत चण्डी प्रखण्ड में दयालपुर गांव के पास 20 करोड़ रुपये की लागत से मुहाने नदी को चिरैया नदी से जोड़ने का कार्य, गया जिला अंतर्गत बोधगया प्रखण्ड में 43.23 करोड़ रुपये की लागत से मुहाने नदी पर बतसपुर वीयर के साथ अपस्ट्रीम में हेड रेगुलेटर का निर्माण कार्य तथा मोराटाल पईन एवं इससे निकलने वाली वितरण प्रणालियों का पुर्नस्थापन एवं आधुनिकीकरण कार्य शामिल है.
नहर का पुर्नस्थापन एवं लाईनिंग कार्य: 9 अन्य योजनाओं के तहत रोहतास जिले में 255.12 करोड़ रूपये की लागत से सोन पश्चिमी संयोजक नहर का पुर्नस्थापन एवं लाईनिंग कार्य किया गया है. रोहतास जिले में 159. 02 करोड़ रूपये की लागत से सोन पश्चिमी समानान्तर संयोजक नहर का अवशेष कार्य तथा पुर्नस्थापन एवं सेवा पथ का मरम्मती कार्य किया गया है. नालंदा जिले में 143.80 करोड़ रूपये की लागत से मुहाने नदी बहुद्देशीय मध्यम सिंचाई योजना का कार्य किया गया है.
इन जगहों पर नहर योजना का निर्माण: कैमूर जिले में 56.53 करोड रूपये की लागत से से वितरण प्रणाली का जीर्णोद्धार कार्य पटना जिला अन्तर्गत मसौढ़ी प्रखंड में 4325 करोड़ रुपये की लागत से द ग्राम के निकट बेर्रा बैराज का निर्माण कार्य शामिल है. कैमूर जिले में 39.43 करोड़ रूपये की लागत से कर्मनाशा नदी पर जैतपुरा पंप नहर योजना का निर्माण कार्य, सिवान जिले में 17.16 करोड़ रूपये की लागत से छपरा शाखा नहर पर सड़क का निर्माण कार्य, सारण जिले में 9.64 करोड़ रूपये की लागत से चैनपुर वितरणी के सेवा पथ पर पक्की सड़क निर्माण कार्य, सारण जिले में 10.31 करोड़ रूपये की लागत से नारायणपुर उप वितरणी के सेवा पथ पर पक्की सड़क का निर्माण कार्य शामिल है.
कमला बलान बायां एवं दायें तटबंध का निर्माण: बाढ़ प्रक्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण योजनाओं के अंतर्गत नदियों को जोड़ने, तटबंधों के उच्चीकरण, सुदृढीकरण एवं सीढ़ी घाट निर्माण तथा कटाव निरोधक कार्य संबंधी योजनाएँ प्रारंभ की जा रही हैं. इसके अंतर्गत मधुबनी एवं दरभंगा जिले में कमला बलान बायाँ एवं दायाँ तटबंध के लगभग 71 किलोमीटर की लंबाई में 255.46 करोड़ रुपये की लागत से उच्चीकरण, सुदृढीकरण एवं पक्कीकरण कार्य.
130 करोड़ रुपए इन योजनाओं पर खर्च: शिवहर जिले में पिपराही प्रखण्ड में 130.89 करोड़ रुपये की लागत से बागमती बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना (बेलवाधार) के अंतर्गत बेलवा-मीनापुर लिंक चौनल का निर्माण कार्य, समस्तीपुर जिले में 120.96 करोड़ रुपये की लागत से बागमती शांतिधार-बूढ़ी गंडक लिंक योजना गोपालगंज, सिवान एवं सारण जिले में 69.89 करोड़ रुपये की लागत से गंडक अकाली नाला (छाड़ी)-गंडकी-माही-गंगा नदी जोड़ योजना, राज्य के विभिन्न जिलों में 330.71 करोड़ रुपये की लागत से बाढ़ 2024 पूर्व कराये जाने वाले 75 कटाव निरोधक कार्य शामिल है.
इन योजनाओं का होगा शिलान्यास: सिंचाई प्रक्षेत्र के अंतर्गत नहरों के पुनर्स्थापन, लाईनिंग, नहरों के सेवा पथों का पक्कीकरण, सिंचाई योजनाओं के पुनर्स्थापन संबंधी कार्यों का शिलान्यास किया जा रहा है. इसके तहत औरंगाबाद जिले में 235.25 करोड़ रुपये की लागत से सोन नहर प्रणाली अंतर्गत पूर्वी लिंक नहर का 10.20 किलोमीटर की लंबाई में पुनर्स्थापन एवं लाईनिंग कार्य शामिल है.
साथ ही मुंगेर जिले में 145.43 करोड़ रुपये की लागत से डकरानाला पम्प नहर योजना का पुनर्निर्माण कार्य, कैमूर जिले में 51.41 करोड़ रुपये की लागत से कर्मनाशा लिंक नहर का लाईनिंग कार्य तथा मधुबनी जिले में बलवाघाट बैराज-सह-सिंचाई योजना के दाहिनी नहर पर प्रथम फेज में 4.5 किलोमीटर की लंबाई में 16.70 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य शामिल है.
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