खूंटीःजिला में हुए पत्थलगड़ी आंदोलन और उसमें देशद्रोह के मामले को लेकर भाजपा पर हेमंत सोरेन ने जोरदार तंज कसा है. सीएम ने मुरहू में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने अंग्रेजों से आजादी का सबसे पहला बिगुल फूंका, जिस आदिवासी समुदाय ने कभी अंग्रेजों के समक्ष घुटने नहीं टेके, भाजपा ने उसे देशद्रोही बता दिया.
देशद्रोह के 11 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज करवा दिये गए. पूरे के पूरे गांव पर केस कर दिया और में जेल में भी डालवा दिया. ऐसा दमन तो अंग्रेज़ों ने भी कभी नहीं किया. मगर भाजपा ने आदिवासियों और मूलवासियों के साथ झारखंड में ऐसा किया है.
खूंटी में गांव के गांव को देशद्रोही बता दिया भाजपा ने और स्थानीय विधायक ने कुछ नहीं किया. यदि भाजपा आज यहां सत्ता में होती तो आज भी हमारे आदिवासी भाई जेल के अंदर होते. हमने सरकार बनाई, हम ने पत्थलगड़ी के सभी केस पहली कैबिनेट में वापस किये.
सीएनटी एसपीटी के सभी केस हम लोगों ने वापस करने का काम किया था. यहां के मुंडा को गोली मार दी गई थी. उनके परिजनों को हमने नौकरी देने का काम किया ताकि उसका जीवन यापन हो सके. हमें हर हाल में भाजपा से अपने लोगों को बचाना होगा और अपने घर परिवार और अपने रिश्तेदारों को भी बचा के रखना होगा.
मुरहू प्रखंड के चमरा टोली मैदान में राज्य के सीएम व इंडिया गठबंधन के स्टार प्रचारक हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और सरकारी एजेंसियों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि झारखंड में समय से पहले चुनाव कराया जा रहा है. चुनाव के लिए विभिन्न राज्यों से पुलिस फोर्स लाकर यहां भर दी गई है.
उन्होंने कहा कि दो तीन दिन पूर्व सिमडेगा में बाहर से आए पुलिस फोर्स देर रात पुलिस कैंप से बाहर निकलकर शहर में घूमते हैं और पूरे शहर में गोलियां चलाते हैं. ये लोग गोलियां चलाकर शहर में दहशत का माहौल कायम रखना चाहते हैं. जगह-जगह ईडी और सीबीआई के छापे लगवाए जाते हैं तथा बीस-तीस लाख रुपए बरामद करते हैं.
सरकारी एजेंसियों के माध्यम से ये चुनाव जीतना चाहते हैं. ये लोग आदिवासी, दलित और पिछड़ों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं रखते हैं. इनको न रोटी से मतलब है, न बेटी से और न ही माटी से मतलब है. इनको सिर्फ और सिर्फ झारखंड के पैसों और खनिजों से मतलब है. सात- आठ महीनों से असम के मुख्यमंत्री झारखंड में मंडरा रहे हैं.