गढ़वाः सीआरपीफ 172 बटालियन और गढ़वा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल में छिपा कर ढाई किलो और एक किलो के दो आईईडी बम को सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद किया गया है.
गुरुवार को सहायक कमांडेंट नीरज कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम सर्च ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी. इसी के दौरान तुमेरा और खपरी महुआ गांव के बीच जंगल में एक संदिग्ध तार दिखाई दिया. इस तार के साथ साथ चलते हुए जवानों ने सावधानी बरतते हुए तार के जुड़े हुए स्थान तक पहुंचे. धीरे-धीरे तार से जुड़े दो आईईडी बम मिट्टी में दबे हुए पाए गये.
इसके बाद सुरक्षा बलों ने डीएसएमडी की मदद से एक लगभग ढाई किलो और एक किलो का प्रेशर आईईडी बम बरामद किया गया. साथ में कोडेक्स वायर, डिटोनेटर, एक देसी पिस्टल को भी सुरक्षा बलों ने मौके से बरामद किया. फिर सीआरपीएफ ने अपने बीडीडीएस (बम निरोधक दस्ता) की टीम को बुलाया और उनके द्वारा दोनों बमों को जंगल में ही डिफ्यूज किया गया. इन बम को नक्सलियों के द्वारा लगाया गया था ताकि समय पर इसका इस्तेमाल किया जा सके.
बूढ़ापहाड़ नक्सलियों का हुआ करता था सेफ जोन
गढ़वा जिला का बूढ़ापहाड़ जो कभी नक्सलियों का आशियाना हुआ करता था. इस क्षेत्र के चारों तरफ नक्सलियों ने आईईडी लगाकर रखा था ताकि बूढ़ापहाड़ के इर्द-गिर्द पुलिस न पहुंच सके. लेकिन धीरे-धीरे पुलिस बूढ़ापहाड़ पर पहुंची और वहां सीआरपीएफ का कैंप लगाने में सफल रही. वहीं से पुलिस द्वारा इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जाने लगा. इस क्षेत्र से सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने बम बरामद किए जिसे उनके द्वारा डिफ्यूज किया जाता रहा. इसके साथ ही इलाके में लगातार पुलिस सर्च अभियान चलाती रहती है.
इसे भी पढ़ें- 21 आईईडी बम के साथ 55 पीस जिलेटिन बरामद, पुलिस ने नक्सलियों के बंकर भी किये ध्वस्त
इसे भी पढ़ें- आईईडी की जद में टोंटो के जंगल, 15 किलो का बम हुआ बरामद
इसे भी पढ़ें- गांव वालों के लिए कब्रगाह बन रही उनकी अपनी जमीन, बारूदी सुरंग के जाल में फंसकर गंवा रहे जान!