रांची: कांटाटोली फ्लाईओवर के बाद राज्य सरकार का विशेष ध्यान राजधानी रांची की ह्रदयस्थली में बन रहे सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर पर है. इसके तहत शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अचानक सिरमटोली से मेकॉन तक बन रहे फ्लाईओवर निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे.
कार्य की प्रगति से अवगत हुए सीएम
मुख्यमंत्री के निरीक्षण की सूचना पर पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार सहित विभाग के कई पदाधिकारी आनन-फानन में मेनरोड स्थित फ्लाईओवर के समीप पहुंचे. मुख्यमंत्री ने विभागीय सचिव सुनील कुमार से निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जाना और कार्य प्रगति पर संतोष जताया.
फ्लाईओवर बेहतरीन इंजीनियरिंग का नमूना
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस फ्लाईओवर बेहतरीन इंजीनियरिंग का नमूना है. जब यह तैयार हो जाएगा तो पता चलेगा.मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की सराहना करते हुए कहा कि बहुत ही टिपिकल इंजीनियरिंग है और चुनौती भरा है. हर चीज माइनुटली, कैलकुलेटिव तरीके से किया जा रहा है. इस दौरान एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने चुटिले लहजे में कहा कि बन जाने दीजिए, देखिए कौन खुश होता है और कौन रोता होता है.
40 मीटर ऊंचा होगा यह फ्लाईओवर
पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार ने सिरमटोली मेकॉन तक बन रहे फ्लाईओवर निर्माण की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि यह काफी जटिल इंजीनियरिंग है. उन्होंने कहा कि यह राज्य का पहला केबल स्ट्रीट ब्रिज होगा. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि यह 40 मीटर ऊंचा इसका पाइलॉन होगा, जो करीब सात माले की बिल्डिंग जैसा ऊंचा होगा.