साहिबगंज: वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड, साहिबगंज जिला प्रशासन और साहिबगंज वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को नया सदर अस्पताल परिसर में मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा अभियान शिविर का शुभारंभ किया गया. शिविर का उद्घाटन डीसी हेमंत सती, वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रबल गर्ग, आईएमए महिला विंग झारखंड की स्टेट चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप, डीडीसी सतीश चंद्रा ने शुरुआत की.
गरीबों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना उद्देश्यः डॉ. भारती
इस मौके पर डॉ. भारती कश्यप ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा से वंचित स्थानीय लोग, यहां पर बसे पीवीटीजी परिवार, रोशनी खो रहे छोटे बच्चे ऐसे लोग हमारी प्राथमिकता हैं. क्योंकि यह हम तक नहीं पहुंच सकते हैं और हम लोगों को इन तक पहुंचना है. यही इस कैंप का उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि पाकुड़ में सर्वाइकल कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज मिले और साहिबगंज में सबसे ज्यादा बच्चेदानी के प्रोलेप्स के मरीज मिले हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह का स्वास्थ्य अभियान हम संथाल परगना के देवघर, जामताड़ा, दुमका, बरहेट, राजमहल, साहिबगंज में पहले भी लगा चुके हैं. डॉ. भारती कश्यप ने कहा कि हम लोगों ने झारखंड मॉडल बनाकर अब तक 4 लाख 60 हजार के करीब प्रजनन क्षमता वाली ऐसी महिलाओं की स्क्रीनिंग और उपचार किया है जिन्हें जननांग संबंधी सूजन के लक्षण थे या जो हाई रिस्क कैटेगरी में थीं.
इन बीमारियों की हुई जांच
इस महोत्सव में सर्वाइकल कैंसर जांच, नेत्र जांच, मलेरिया और फाइलेरिया की जांच, एचआईवी एवं सिफलीस की जांच, कालाजार की जांच, उच्च रक्तचाप की जांच, टीबी की जांच, सिकलसेल की जांच, मधुमेह की जांच, प्रसव पूर्व जांच, वरिष्ठ नागरिक की जांच, हिमोग्लोबिन की जांच की गई. साथ ही टीकाकरण और परिवार नियोजन संबंधित सलाह दी गई. इस मौके पर लोगों के बीच निःशुल्क दवाई का भी वितरण किया गया.
कुल 3289 मरीजों की हुई स्वास्थ्य जांच
साहिबगंज में मेगा स्वास्थ्य जांच शिविर में कुल 3289 मरीजों की जांच की गई. जिसमें 440 महिलाओं की जांच की गई. इनमें सबसे ज्यादा बच्चेदानी के प्रोलेप्स के मरीज मिले. 30 महिलाओं में बच्चेदानी का प्रोलेप्स मिला. 25 महिलाएं में जननांग संबंधी सूजन पाया गया. जिन्हें किट-2 और किट-6 की दवा निःशुल्क दी गई.
जांच में ये बीमारियां पाई गई
जांच के दौरान एक महिला में एडवांस स्टेज का सर्वाइकल कैंसर पाया गया. जिन्हें बायोपप्सी के लिए भेजा गया है. 5 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर पाया गया. वहीं 5 महिलाओं का क्रायो उपचार किया गया. आंखों की बीमारी के 411 मरीज मिले, जिसमें 101 मरीजों में मोतियाबिंद की शिकायत मिली. कॉर्निया जनित दृष्टिहीनता के 5 मरीज मिले. नाखून के 20 मरीज मिले. नाईट ब्लाइंडनेस के 2 मरीज मिले.
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