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यमुनोत्री धाम में कैरिंग कैपेसिटी बढ़ाने पर जोर, कोटद्वार से यात्रा संचालन पर विचार कर रही सरकार - Uttarakhand Chardham Yatra 2024 - UTTARAKHAND CHARDHAM YATRA 2024

Chardham Yatra Authority, Yamunotri Dham Carrying capacity सीएम धामी ने यमुनोत्री धाम में कैरिंग कैपेसिटी को बढ़ाने की कार्ययोजना जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही चारधाम प्रबंधन यात्रा प्राधिकरण गठन को लेकर भी सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की है.

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यमुनोत्री धाम की कैरिंग कैपेसिटी बढ़ाने पर भी जोर ((PHOTO- DIPR))

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 12, 2024, 6:31 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने को लेकर राज्य सरकार लगातार कोशिशें कर रही है. सरकार धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ प्रदेश में हर सीजन में सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दे रही है. प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने और सभी धार्मिक यात्राओं को एक प्राधिकरण के अधीन ले जाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम प्रबंधन यात्रा प्राधिकरण का गठन करने के लिए तीव्र गति से कार्यवाही करें. साथ ही यमुनोत्री धाम में कैरिंग कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए कार्ययोजना जल्द से जल्द तैयार करें.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा चारधाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण का कार्य सिर्फ चारधाम तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि प्रदेश में सभी तरह की यात्राओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी इस प्राधिकरण के तहत की जाएगी. प्राधिकरण बनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि प्रदेश में लगातार बढ़ रहे धार्मिक और सामान्य पर्यटन के दृष्टिगत एक ऐसी संस्था होनी चाहिए जो सभी तैयारियों को तय समय पर पूरा कर सके. उत्तराखंड में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है, खासतौर पर इस सीजन चार धाम यात्रा के दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री धार्मों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई है.

यमुनोत्री धाम में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इस धाम की केयरिंग कैपेसिटी को बढ़ाने की जरूरत है. जिसमें मुख्य रूप से यात्रियों के रुकने के लिए होटल और गेस्ट हाउस को बढ़ाया जाना है. ऐसे में इसके लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाये. राज्य और केंद्र सरकार की ओर से बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत तमाम विकास कार्य हो रहे हैं. ऑल वेदर रोड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद चारों धामों की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को काफी आसानी होगी.

बैठक के दौरान सीएम ने कहा उत्तराखंड चार धाम यात्रा का मुख्य पड़ाव ऋषिकेश है. बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने पर ऋषिकेश में जाम की स्थिति बनी रहती है. जिसको देखते हुए सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा का संचालन कोटद्वार से भी किया जा सकता है. इसके लिए संभावनाओं को तलाशा जाये. केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहिब और यमुनोत्री धाम के लिए रोपवे निर्माण कार्य प्रस्तावित है. जिस संबंध में सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए की जल्द से जल्द सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाये. जिससे श्रद्धालुओं को रोपवे का भी लाभ मिल सके.

प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के दृष्टिगत राज्य सरकार टिहरी झील और उसके आसपास के क्षेत्रो को पर्यटन के रूप में विकसित करना चाहती है. ऐसे में टिहरी झील और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एडीबी ने 1200 करोड़ रुपये का अवस्थापना संबंधी प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. ऐसे में इसकी निविदा प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा इस प्रोजेक्ट के आने से टिहरी झील के आसपास के क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ेगी. इसके अलावा बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पौड़ी जिला मुख्यालय तक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाये.

पढ़ें-चारधाम के लिए यात्रा प्राधिकरण का प्रारूप होगा तैयार, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए भी मास्टर प्लान पर विचार - Uttarakhand Chardham Yatra 2024

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