जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक में कानून व्यवस्था पर अपनी पीठ थपथपाई है. सीएम ने कहा कि अपराध को रोकने में पुलिस की सजगता और सतर्कता से वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कुल अपराधों में कमी आई है. अपराधियों में पुलिस का खौफ इतना होना चाहिए कि या तो वे अपराध छोड़ दें या प्रदेश छोड़कर चले जाएं. राज्य में अराजकता और अशांति फैलाने का इरादा रखने वाले असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिए पुलिस खुफिया तंत्र और मुखबिर व्यवस्था का बेहतरीन उपयोग करते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करें.
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा-क्राइम का ग्राफ हुआ कमजोर (ETV Bharat Jaipur) कानून का इकबाल बुलंद रहे: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निर्देश दिए कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को चाकचौबंद बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी सतर्कता और मुस्तैदी के साथ काम करे. उन्होंने कहा कि कानून का इकबाल बुलंद रखना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. इसे सुनिश्चित करना पुलिस की जिम्मेदारी है. उन्होंने महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के प्रति अपराधों में कमी लाने के लिए पुलिस तंत्र की हौसला अफजाई की. वहीं साइबर अपराध और अवैध नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है और साइबर थानों का गठन भी किया गया है.
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उन्होंने भरतपुर में साइबर अपराध को रोकने के लिए किए जा रहे कामों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम पर पुलिस विभाग लगातार मॉनिटरिंग करे, साथ ही, पुलिस विभाग की प्रतिमाह समीक्षा की जाए. सीएम ने कहा कि राज्य में लगभग 90 हजार सीएलजी सदस्य और 31441 ग्राम रक्षक हैं. कम्युनिटी पुलिसिंग के माध्यम से अपराध नियंत्रण, समाज में जागरूकता के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोगी भूमिका निभाई जा रही है. उन्होंने कहा कि नवाचारों को प्रोत्साहन दिया जाए. साथ ही अपराध को रोकने में जो पुलिस का सहयोग कर रहे हैं. उन लोगों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जाए. साथ ही, अपराधियों, असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
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महिला, एससी-एसटी अपराधों में कमी:मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग की सजगता और सर्तकता के चलते गत वर्ष की तुलना में राज्य में अपराधों का ग्राफ तेजी से गिरा है. राज्य स्तर पर कुल अपराधों में राज्य में 7.3 प्रतिशत की कमी आई है. महिला अत्याचारों में भी 8.8 प्रतिशत की कमी के साथ अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार के मामलों में भी 13.96 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मादक पदार्थों के सेवन की प्रवृत्ति से युवाओं को बचाया जाए.
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जेल में मोबाइल फोन की घटनाओं की नहीं हो पुनरावृत्ति: सीएम भजनलाल ने जेलों में मोबाइल फोन संबंधी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए इनकी भविष्य में पुनरावृत्ति नहीं होने के सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जेल परिसर में अपराधियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल पाए जाने पर संबंधित जेल कार्मिक की जिम्मेदारी तय कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पेपर लीक प्रकरणों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कार्य किया.
अभी और काम करना है: सीएम की गृह विभाग की समीक्षा बैठक के बाद गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि सीएम ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए. अपराधों के गिरते ग्राफ पर सीएम ने कहा कि अपराध कम होना अच्छी बात है, मगर हमे यही नहीं रुकना है. राजस्थान को अपराध मुक्त प्रदेश बनाना है. बेढम ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस थानों में वुमन हेल्प डेस्क की स्थापना, प्रत्येक जिले में महिला थाना, नवीन पुलिस चौकियों की स्थापना, पुलिस चौकी व थाना क्रमोन्नयन, साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, पुलिस थानों में इन्टरनेट कनेक्टिविटी, सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग सहित विभिन्न विषयों पर समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.