जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय और इसके संघटक कॉलेज से छात्रों का मोह भंग होता जा रहा है. इसका आकलन इस सत्र में अब तक हुए एडमिशन से लगाया जा सकता है. कॉलेजों में 10 जुलाई से यूजी कोर्सेज की नियमित कक्षाएं शुरू होंगी, लेकिन यूजी की 6655 सीटों की तुलना में अब तक 3975 सीट ही भर पाई हैं. यानी करीब 40 फीसदी सीट खाली रही है. वहीं इस बार आवेदनों की संख्या भी घटकर महज 26 हजार के करीब ही रही थी.
राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज (महारानी कॉलेज, महाराजा कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज और राजस्थान कॉलेज) में जहां एडमिशन के लिए लाइन लगा करती थी. वहां इस बार 40 फीसदी सीट खाली पड़ी हुई हैं. संघटक कॉलेज में कुछ कोर्स तो ऐसे हैं जहां 92 से 93 फीसदी सीट खाली रह गई हैं. राजस्थान विश्वविद्यालय के एडमिशन कन्वीनर प्रो. रामावतार शर्मा ने बताया कि जयपुर के अलग-अलग क्षेत्र में कई बड़े कॉलेज खुल गए हैं. ऐसे में छात्र अपने घर के नजदीक ही एडमिशन लेना प्रेफर करते हैं और अब सब्जेक्ट सलेक्शन के भी कई द्वार खुले हुए हैं. अधिकतर छात्र सामान्य डिग्री कोर्स की बजाय स्किल्ड कोर्स करने में रुचि दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि राजस्थान विश्वविद्यालय से छात्रों का मोह भंग हुआ है. इस बार भी करीब 26 हजार एप्लीकेशन आई थी लेकिन इस बार केवल दो मेरिट कट ऑफ लिस्ट निकाली गई हैं. जो सीट खाली है, उनमें अधिकतर एसएफएस कोर्स की है.