जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को संकीर्ण सोच वाली पार्टी बताया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच बड़ी है. कभी कांग्रेस में रहे उन नेताओं की भी पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में फोटो लगाई गई है, जो आज नेहरू-गांधी परिवार और राहुल गांधी को भी अपशब्द कहते हैं. वहीं, भाजपा कांग्रेस के नेताओं के नाम पर बने संस्थानों के नाम बदल रही है. देश के लिए कुर्बानी दे चुके नेताओं को अपशब्द बोलना ही भाजपा का काम रह गया है.
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर कहा, ये कांग्रेस है. यह भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा का बुनियादी अंतर है. भाजपा का काम संकीर्ण विचारधारा रखकर कांग्रेस नेताओं के नाम से बने संस्थानों का नाम बदलना, देश के लिए कुर्बानी तक दे चुके कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलना रह गया है, जबकि कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है. कांग्रेस की विचारधारा भारतवर्ष की विचारधारा है, जो सहअस्तित्व में विश्वास करती है.
ये कांग्रेस है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 20, 2025
यह भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा का बुनियादी अंतर है। भाजपा संकीर्ण विचारधारा रखकर कांग्रेस नेताओं के नाम से बने संस्थानों का नाम बदलना, देश के लिए कुर्बानी तक दे चुके कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलना रह गया है जबकि कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है। कांग्रेस…
पढ़ें: गहलोत बोले- UGC के नए नियम उच्च शिक्षा को बर्बाद कर देंगे, जानें पूरा मामला
पार्टी छोड़ने या विचारधारा बदलने पर भी देते हैं सम्मान: गहलोत ने कहा, कांग्रेस सभी जाति, धर्म, वर्ग और समुदायों को तो साथ लेकर चलती ही है, साथ ही जो लोग कांग्रेस की यात्रा में कभी न कभी साथ रहे और योगदान दिया. उनको पार्टी छोड़ने या विचारधारा बदलने के बाद भी सम्मान देती है. कांग्रेस के नए कार्यालय में उन लोगों की भी तस्वीरें लगी हैं जो आज कांग्रेस में नहीं हैं और इन्होंने निजी हित के लिए कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया.
महर्षि चार्वाक और गुरु शुक्राचार्य का भी जिक्र: गहलोत बोले, भारत देश के लोगों ने तो हमारी मान्यताओं से असहमति रखने वाले चार्वाक को भी महर्षि चार्वाक कहा. हमारे ग्रंथों में दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य को भी उपाधि दी गई और महर्षि शुक्राचार्य कहकर संबोधित किया. ऐसी ही विचारधारा कांग्रेस की है. इन तस्वीरों वाले कुछ नेताओं ने तो गांधी-नेहरू परिवार और खुद राहुल गांधी तक को अपशब्द बोलने में कसर नहीं छोड़ी.
राजीव के हत्यारों को दे दी माफी: उन्होंने कहा, यह नेहरू-गांधी परिवार है. जिसने राजीव गांधी की हत्या करने वालों तक को उनके बच्चों के भविष्य की खातिर माफी दे दी. इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का गहरा जख्म हर कांग्रेसी के दिल में है, यह गांधी-नेहरू परिवार कभी किसी से भी द्वेष नहीं रखता है. यही राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान की विचारधारा है. दूसरी राजनीतिक पार्टियों को ये विचारधारा सीखनी चाहिए.