छिंदवाड़ा: अमरवाड़ा नगर पालिका के एक कार्यक्रम में सीएमओ की चप्पलों से पिटाई करने का मामला सामने आया है. सीएमओ ने थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि, ''कार्यक्रम के दौरान 2 महिला पार्षदों ने मेरे साथ अभद्रता की और चप्पलों से पिटाई कर दी.'' सीएमओ की शिकायत पर पुलिस ने महिला पार्षदों समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
महिला पार्षदों ने सीएमओ को चप्पल से पीटा
सीएमओ रोशन सिंह बाथम ने बताया कि "अमरवाड़ा के एक घर में लाड़ली बहना हितग्राही सम्मेलन आयोजित किया गया था. जिसमें महिलाओं को पट्टे वितरित किए जा रहे थे. इसी दौरान वार्ड नंबर 4 और 6 की पार्षद संतोषी वंशकार और दीपा सूर्यवंशी कुछ लोगों के साथ नारेबाजी करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची. जहां उन्होंने कहा कि सीएमओ आपात्र लोगों को पट्टे बांट रहा है. जबकि पात्र हितग्राही पट्टे के लाभ से वंचित है और इसके बाद महिला पार्षद अपने साथियों के साथ धरना प्रदर्शन करने लगीं.''
सीएमओ ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
इस मामले में जब सीएमओ रोशन सिंह बाथम ने चर्चा की, तो महिला पार्षदों ने चप्पल उठाकर उन्हें मारने का प्रयास किया. किसी तरह जान बचाकर सीएमओ और कर्मचारी दफ्तर के अंदर घुसे. वहां पर भी दीपा सूर्यवंशी के पति मुकेश सूर्यवंशी और महिला पार्षद ने मिलकर उनके साथ गाली-गलौज करते हुए लात घूंसों और चप्पलों से पिटाई कर दी. पीड़ित सीएमओ ने जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है.
पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ किया मामला दर्ज
थाना प्रभारी राजेंद्र धुर्वे ने बताया कि "नगर पालिका के सीएमओ रोशन सिंह बाथम ने शिकायत दर्ज कराई है, कि वार्ड क्रमांक 4 और 6 की पार्षद संतोषी वंशकार और दीपा सूर्यवंशी के साथ ही कुछ लोगों ने मिलकर शासकीय काम में बाधा पहुंचाने के साथ ही उनके साथ चप्पलों से मारपीट की है." पीड़ित ने शिकायत में बताया कि नगर परिसर में लाड़ली बहना योजना का हितलाभ वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसी दौरान दोनों वार्डों की महिला पार्षद अपने साथियों के साथ कार्यक्रम स्थल के सामने नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गईं."
मारपीट के बाद दी जान से मारने की धमकी
सीएमओ ने आगे बताया कि, ''पार्षद ने अपात्र लोगों को पट्टा लाभ दिए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि, ''सीएमओ पात्र लोगों का पट्टा नहीं बना रहा है, सब इसको पकड़कर मारो. इसके बाद दुर्गा वंशकार, मुकेश सूर्यवंशी, संतोषी वंशकार, दीपा सूर्यवंशी, सागर वंशकार, राम जी वर्मा, दीपक चौधरी, लक्की चौरसिया और अमन वंशकार ने मुझे जातिगत गालियां दीं. मैं आदिवासी मांझी जाति का हूं यह जानते हुए भी मुझे जातिगत गालियां देते हुए अपमानित किया और एक राय होकर मेरी तरफ मुझे मारने को दौड़े. मैं इन लोगों से बचने के लिए नगर पालिका कार्यालय के अंदर आ गया, तो ये लोग मेरे पीछे पीछे कार्यालय के अंदर आ गये और वहां मुझे थप्पड़ घुसे व चप्पलों से पीटा. इसके साथ ही लोग जाते जाते बोल रहे थे कि आज तो बच गया. दोबारा पट्टा नहीं बनाया, तो तुझे जान से खत्म कर देंगे.''