छिंदवाड़ा :छिंदवाड़ा को ट्रांसपोर्ट नगर के बाद दूसरी बड़ी सौगात मिलने वाली है. टीएंडसीपी ने अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के लिए जमीन की तलाश तेज कर दी है. शहर के आसपास ऐसा बड़ा सरकारी रकबा देखा जा रहा है, जहां पर अंतर्राज्यीय बसों का संचालन आसानी से हो सके. आईएसबीटी बनने के बाद छिंदवाड़ा से देश के किसी शहर के लिए बसें मिलने लगेंगी.
छिंदवाड़ा में ISBT के लिए स्पॉट फिक्स, पड़ोसी राज्यों के लिए फर्राटा भरेंगी बसें - CHHINDWARA ISBT PLAN
छिंदवाड़ा में आईएसबीटी बनाने की प्लानिंग है. टीएंडसीपी ने इसके लिए कई जगहों पर जमीन देखी है.
![छिंदवाड़ा में ISBT के लिए स्पॉट फिक्स, पड़ोसी राज्यों के लिए फर्राटा भरेंगी बसें Chhindwara ISBT plan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-02-2025/1200-675-23534195-thumbnail-16x9-ch-aspera.jpg)
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Feb 13, 2025, 1:22 PM IST
आईएसबीटी बनने के बाद छिंदवाड़ा रोड कनेक्टिविटी के मामले में भोपाल, इंदौर, जबलपुर के अलावा दूसरे राज्यों के बड़े शहरों से भी सीधे जुड़ जाएगा. टीएंडसीपी के सहायक संचालक विनोद परस्तेने बताया "शहर के आसपास जमीन की तलाश की जा रही है. ऐसा सरकारी रकबा देखा जा रहा है, जहां बड़ी संख्या में बसों को खड़ा करने के साथ ही ये स्थान शहर की जनता की पहुंच से भी ज्यादा दूर न हो. इसके लिए नरसिंहपुर और नागपुर रोड को प्राथमिकता पर रखा गया है. दरअसल, इन्हीं दो मार्गों पर सबसे ज्यादा सरकारी जमीन है. जमीन फाइनल करने के बाद प्रोजेक्ट को नगर निगम के माध्यम से अमल में लाया जाएगा.
- बंटी विवेक साहू ने मोदी सरकार से मांगा 138.64 करोड़ रुपए, गांवों का हाल देख रोना आया
- छिंदवाड़ा के स्कूलों में नगर निगम सप्लाई करेगा पानी, निगम से जुड़े हैं 24 गांव
ट्रेन की सुविधा भी अन्य शहरों से कम है
बता दें कि छिंदवाड़ा से बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र के साथ ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में आना-जाना करते हैं. इन राज्यों के शहरों में पहुंचने के लिए अभी लोगों को कई बार बसें बदलनी पड़ती हैं. वहीं, रेल कनेक्टिविटी के मामले में भी छिंदवाड़ा अभी भी दूसरे शहरों की तुलना में पीछे है. नागपुर से शहडोल, छिन्दवाड़ा से फिरोजपुर और छिंदवाड़ा से इंदौर तक ही ट्रेन की सुविधाएं हैं. इसलिए सड़क मार्ग पर ज्यादा निर्भरता है. ISBT बनने के बाद छिंदवाड़ा में व्यापारिक गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी.