छत्तीसगढ़ में टूट सकता है गर्मी का रिकॉर्ड, अप्रैल के शुरुआती दिनों में ही आसमान से बरसी आग, जानिए कैसे रखें खुद को कूल - Chhattisgarh Weather Report
छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह की शुरुआत में ही भीषण गर्मी पड़ने लगी है.ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीते सालों की तुलना में इस साल प्रदेश में गर्मी ज्यादा पड़ेगी. प्रदेश के मध्य में आने वाले जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी का प्रकोप देखने को मिलेगा.
रायपुर :छत्तीसगढ़ में गर्मी की शुरुआत हो चुकी है. मौसम की यदि बात करें तो दिन ब दिन पारा बढ़ रहा है. मौसम विभाग की माने तो इस साल गर्मी का प्रकोप पिछले साल की तुलना में ज्यादा होगा.इसकी सबसे बड़ी वजह मौजूदा तापमान है. अप्रैल माह की शुरुआत में रायपुर का अधिकतम तापमान पिछले तीन साल में अधिकतम 39 डिग्री दर्ज किया जाता था. लेकिन अबकी बार ऐसा नहीं है. अप्रैल माह के शुरुआती हफ्ते में ही पारा 40 डिग्री को पार कर चुका है. वहीं शहर के अधिकतम तापमान के रिकॉर्ड की बात करें तो पिछले 10 साल में औसत पारा 45 डिग्री के आसपास रहा है.लेकिन साल 2024 में जिस तरह के तेवर सूरज दिखा रहा है,उससे यही उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल के पहले पखवाड़े में ही ये आंकड़ा पार होगा.
क्यों पड़ रही है भीषण गर्मी ? :छत्तीसगढ़ के रायपुर में भीषण गर्मी का कारण मध्यभारत का गर्म होना है. ऐसा अनुमान है कि 10 अप्रैल तक प्रदेश का तापमान 2 डिग्री तक बढ़ेगा. जिसमें सबसे ज्यादा असर मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों पर पड़ेगा. छत्तीसगढ़ के मध्य में पड़ने वाले जिलों का अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा.
क्या है मौसम विभाग का अनुमान ?: मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री तिल्दा और सबसे न्यूनतम तापमान 17 डिग्री बलरामपुर में दर्ज किया गया है. एक द्रोणिका का असांतत्य दक्षिण तमिलनाडु से लेकर आंतरिक कर्नाटक – मराठवाड़ा होते हुए पूर्वी विदर्भ तक औसत समुद्र से 0.9 किमी की ऊंचाई पर स्थित है.जिसके कारण गर्मी के बढ़ने के आसार हैं.
स्कूलों में बदला पढ़ाई का समय :छत्तीसगढ़ में बढ़ती गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा है. रायपुर में बढ़ते तापमान को देखते हुए रायपुर जिला शिक्षा विभाग ने स्कूलों के टाइम टेबल में बदलाव किया है. स्कूलों की टाइमिंग की बात करें तो इसे दो पालियों में बांटा गया है. रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी आदेश में प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय और हायर सेकेंडरी के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की कक्षाएं सुबह 7.30 बजे से सुबह 11.30 बजे तक संचालित हो रही हैं.वहीं हायर सेकेंडरी स्कूल की कक्षाएं सुबह 11.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक लगाई जा रही है.
गर्मी में कैसे करें खुद का बचाव ?:गर्मी के मौसम में ज्यादा पसीना निकलता है.जिसके कारण हमारे शरीर में डिहाईड्रेशन की शिकायत आती है. इसलिए जरुरी है कि हम अपने आपको हमेशा हाईड्रेटेड रखें. इसलिए गर्मियों में ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करना चाहिए जिसमें हाईड्रेशन और पोषण देने वाले तत्व मौजूद हो.अच्छा हाइड्रेशन सामान्य शारीरिक प्रक्रियाओं को बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाता है. डिहाइड्रेशन के कारण सुस्ती, सिरदर्द, त्वचा की समस्या, मांसपेशियों में ऐंठन, मतली, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं सामने आती है. यदि लंबे समय तक डिहाइड्रेशन हुआ तो ये आपके ऑर्गन्स को भी नुकसान पहुंचा सकता है.इसलिए गर्मियों में जितना हो सके पानी पीना चाहिए.साथ ही साथ रसों से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए.
गर्मियों में कैसा हो खानपान ?:गर्मियों के दिनों में विटामिन ए, विटामिन सी,अल्फा लिपोइक एसिड, ओलिक एसिड, पॉलीफेनोल्स, फोलिक एसिड और विटामिन डी जैसे सेल-बिल्डिंग तत्वों से भरपूर चीजें खानी चाहिए. ये सभी विटामिन्स आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करेंगी और डिहाईड्रेशन की समस्या नहीं पैदा होगी. इन विटामिन्स के कारण जोड़ों का दर्द, संक्रमण, अनिद्रा और सिरदर्द दूर होता है.खाने में हाइड्रेटिंग सब्जियां, सलाद, करी, सैंडविच और टमाटर का इस्तेमाल करने से शरीर को पोषण मिलता है.
गर्मियों में क्या खाएं ?:ज्यादा गर्मी पड़ने पर भूख नहीं लगने की समस्या भी होती है.ऐसे में हमारे शरीर को जरुरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते.लिहाजा गर्मी के दिनों में खीरा,ककड़ी, तोरई, भिंडी, लौकी और टमाटर जैसी सब्जियों का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए.खाने में कढ़ी, दही का रायता, बूंदी का रायता, आम का पना, बेल का शरबत और आम पुदीना की चटनी का इस्तेमाल करने से भी आपका पेट ठंडा रहता है. फलों की बात करें तो गर्मियों में फलों की काफी वैरायटी बाजार में मिलती है,जो आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा कर सकती है. गर्मियों में आम, लिची, तरबूज, खरबूजा, नारियल, नारियल का पानी,एवोकैडो जैसे फलों को अपने खाने में इस्तेमाल करना चाहिए.