छत्तीसगढ़ में सड़क पर खेती का अनोखा विरोध - Farming on Road
Farming on Road, Roads Turned To Mud रोपाई खेतों में की जाती है लेकिन जब सड़कें खेत बन जाएं तो क्या करेंगे. यही अनोखे विरोध की वजह बनी. फिर क्या हुआ छत्तीसगढ़ के बालोद में जानिए.
बालोद:मानसून का मौसम है. हर तरफ झमाझम बारिश हो रही है. किसान खेती किसानी में जुटे हैं. अक्सर आपने देखा होगा कि रोपाई का काम खेतों में किया जाता है लेकिन हम एक आपको ऐसा प्रदर्शन दिखा रहे हैं, जिसमें गांव वालों ने धान के पौधे सड़क और गलियों में रोप दिए.
बारिश से कीचड़ बनी सड़क (ETV Bharat)
सड़क पर खेती कर अनोखा विरोध: दरअसल गांव वाले कीचड़ भरी गलियों में चलने की मजबूरी से परेशान हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि शासन प्रशासन और पंचायत से भी कई बार गुहार लगाई गई है. लेकिन परेशानी कम होने के बजाए अब बढ़ती जा रही है. अब गांव की गलियों में ही ग्रामीणों ने धान के पौधे रोप कर विरोध जताया है. अब इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है.
सड़क पर खेती (ETV Bharat)
छत्तीसगढ़ के मोहलाई गांव में अनोखा विरोध: यह बालोद जिले के मोहलाई गांव का मामला है. यहां ग्रामीण लड़कियां. महिलाएं और पुरुष सड़क पर धान रोप कर विरोध जता रहे हैं.
गांव के हिरवानी ने बताया कि ''सड़क में पानी और कीचड़ की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. सरपंच से मांग किया कि अगर सड़क बनाना मुमकिन न हो तो फिलहाल बजरी या मुरुम डालकर ही कम से कम अस्थाई रूप से इस समस्या का निराकरण करें ताकि बच्चों को स्कूल जाने में कोई दिक्कत ना हो.''
सड़क नहीं बनने से ग्रामीण परेशान: ग्रामीणों का कहना है कि कई बार गांव के लोगों ने सड़क बनवाने के लिए सरपंच, सचिव, अधिकारी, विधायक जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन अब तक सड़क नहीं बन सकी है. ऐसे में परेशान होकर गांव के लोगों ने कीचड़ भरे रास्ते में धान का पौधा लगा दिया. ग्रामीणों का कहना है कि सब जगह जाकर अर्जी लगा दिया पर सुनवाई तो नहीं हुई इसलिए पौधा लगाना हमने उचित समझा है.
जानिए क्या होती है रोपाई:धान की फसल लेने के लिए रोपाई एक प्रक्रिया है, जिसमें धान के पौधे को खेत में निश्चित दूरी पर लगाया जाता है. इसमें खरपतवार कम होती है. धान की फसल भी अच्छी होती है.