रायपुर: बलौदाबाजार आगजनी के मामले में सियासत चरम पर है. जहां एक ओर इस मामले में बीजेपी ने जांच समिति का गठन किया है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में एक दिवसीय प्रदर्शन का ऐलान किया है. साथ ही कांग्रेस ने बीजेपी के जांच समिति पर सवाल भी खड़े किए हैं.
कांग्रेस का आरोप: बलौदाबाजार आगजनी मामले में कांग्रेस का कहना है, "बलौदाबाजार के ग्राम-महकोनी में जैतखाम के अपमान और तोड़-फोड़ मामले में संतोषप्रद कार्रवाई नहीं हुई है.सामाजिक संगठन ने रैली के दौरान उग्र प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित परिसर में आग लगा दी थी. साथ ही सैंकड़ों की तादाद में दो-पहिया, चार-पहिया वाहनों के साथ ही शासकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाई है." कांग्रेस का आरोप है कि राज्य की भाजपा सरकार की नाकामियां, लचर कानून-व्यवस्था के कारण जिला मुख्यालय में ऐसी घटना घटी. इसका खामिजाया आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.
कांग्रेस करेगी धरना प्रदर्शन: इस बारे में कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है, "बलौदा बाजार की घटना के बाद प्रदेश में भय का माहौल है. इस घटना के बाद आम आदमी डरा हुआ है. प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. जिलों में कलेक्टर, एसपी कार्यालय फूंक दिए जा रहे हैं.आम आदमी के वाहनों को सड़क पर रोक-रोक के जलाया जा रहा है. इससे ज्यादा भयावह स्थिति नहीं बन सकती है. राज्य की बिगड़ी व्यवस्था के विरोध में कांग्रेस पूरे प्रदेश में एक दिन का धरना प्रदर्शन करेगी. 18 जून को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन कांग्रेस की ओर से किया जाएगा. इसमें कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.