छतरपुर: छतरपुर में विशेष समुदाय के लोगों ने कोतवाली थाने में पुलिस पर पथराव कर दिया था. जिसमें तीन सिपाही सहित कोतवाली में पदस्थ TI अरविंद कुजूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस मामले में मोहन यादव सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाकर ढहा दिये.
पुलिस थाने में क्यों किया पथराव
महाराष्ट्र के महंत रामगिरी महाराज ने धर्म विशेष पर विवादित टिप्पणी की थी. जिसके बाद समुदाय के लोग कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराना चाहते थे. जिसको लेकर लगभग 500 से 600 के बीच लोग थाने के बाहर एकत्र हो गए और जमकर नारे बाजी करने लगे. कुछ देर बाद मामला बिगाड़ता देख मौके पर एडिशनल एसपी विक्रम सिंह परिहार एवं एडीएम मलिंद नागदेव पहुंच गए और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को थाने से बाहर कर दिया. जिसके बाद भीड़ गुस्सा गई और उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. घटना में सिपाही भूपेंद्र प्रजापति, ASF का जवान राजेंद्र चढ़ार एवं TI अरविंद कुजूर गंभीर रूप से घायल हो गए.
इतने पत्थर आए कहा से
थाने एवं पुलिस पर हुए पथराव के बाद पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि थाने के अंदर इतने सारे पत्थर कहां से आए. क्या आप प्रदर्शन करने वाले लोग इन पत्थरों को अपने साथ लाए थे या आसपास से ही इन्हें यह पत्थर मुहैया कर आए गए हैं. बड़ी बात यह है कि इस घटना में तहसीलदार एसडीम के अलावा कई और प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियां टूटी हैं.