छतरपुर: जिले में खाद की कालाबाजारी के चलते किसान मंहगे दामों पर खाद लेने को मजबूर हैं. सरकार की ओर से खाद तो आई लेकिन डीलरों ने माफियाओं से सांठगांठ कर खाद को कालाबाजारी के लिए गोदामों में जमा कर लिया था, जिसकी सूचना कलेक्टर पार्थ जैसवाल को लगी. इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम अखिल राठौर ने टीम के साथ ईशानगर गोदाम पर छापा मारकर मौके से खाद का अवैध भण्डार जब्त किया है.
अवैध गोदाम पर एसडीएम ने मारा छापा
दरसल, छतरपुर जिले के ईशानगर में किसानों को ब्लैक में खाद बेचने के लिए आरोपियों ने बिना लाइसेंस के गोदाम में अवैध खाद का भंडारण कर रखा था. जिसकी किसानों ने कलेक्टर से शिकायत की थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने एसडीएम अखिल राठौर को गोदाम में छापा मारने के निर्देश दिए. एसडीएम और कृषि अधिकारी द्वारा गोदाम में छापा मारकर खाद की 557 बोरी बरामद की गई हैं. जिसकी कीमत लगभग 4 लाख 5 हजार 627 रुपए बताई जा रही है.
गोदाम में रखी 557 बोरी खाद की जब्त (ETV Bharat) गोदाम से 557 बोरी खाद बरामद
बता दें कि एनपीके मध्य भारत एग्रोप्राइवेट लिमिटिड की 192 बोरी, एनपीके आईपीएल कम्पनी की 55 बोरी, जिंकेटिड़ एसएसपी अन्नदाता की 58 बोरी और यूरिया आईपीएल कम्पनी की 55 बोरी इसके अलावा यूरिया एनएफएल कम्पनी की 197 बोरियां का अवैध भण्डारण पाया गया है. गोदाम संबंधित संतोष अग्रवाल के पास उर्वरक निर्माण विक्रय भण्डारण का कोई लाइसेंस नहीं मिला. इनके विरुद्ध अवैध उर्वरक का व्यापार व उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के नियमों के तहत कार्रवाई की गई है.
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
कृषि विकास अधिकारी ने संबंधित आरोपी पर ईशानगर थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया है. वहीं जब्त खाद को डबल लॉक छतरपुर में रखा गया है. इसके अलावा बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है. प्रशासन के निर्देश पर छतरपुर में खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई धड़ाल्ले से जारी है. इसी क्रम में 3 अन्य जगहों पर की गई कार्रवाई के दौरान करीब 2 हजार बोरी खाद की जब्त की गई है. इस मामले में कलेक्टर पार्थ जैसवालने कहा," ईशानगर में खाद की कालाबाजारी पर कार्रवाई की गई है. इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी."