दंतेवाड़ा:1 जनवरी 2025 को विधायक और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में SHC पोटाली का उद्घाटन हुआ. इस समारोह में लगभग 180 ग्रामीण शामिल हुए और इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाया.
तीन गांवों के ढाई हजार लोगों का होगा इलाज: सब हेल्थ सेंटर पोटाली तीन गांवों के 2,583 निवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बन चुका है. इस केंद्र में छह-बिस्तरों वाले वार्ड की भी सुविधा है. जिसके सफल संचालन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO), ग्रामीण स्वास्थ्य आर्गेनाइजर (RHO), और 26 मितानिन की टीम मौजूद है. यह केवल स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र नहीं है, बल्कि सामुदायिक सहयोग और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बन चुका है.
क्यों खास है पोटाली एसएचसी:दंतेवाड़ा जिले के घने जंगल में स्थित पोटाली गांव की कहानी अनगिनत संघर्षों, चुनौतियों और अंततः विजय की मिसाल है. साल 2004-05 में NMDC के बनाए पोटाली सब हेल्थ सेंटर (SHC) नक्सली हिंसा के कारण अपना उद्देश्य खो दिया. नक्सलियों ने इस भवन की दीवारों पर धमकी भरे संदेश लिख दिए. जिसके बाद नक्सलियों के डर और दहशत के कारण लगभग छह महीने बाद ही हेल्थ सेंटर बंद कर दिया गया.
आदिवासी ग्रामीणों को होती थी ये परेशानी:पोटाली सब हेल्थ सेंटर (SHC) बंद होने के बाद ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 7 किलोमीटर दूर अरनपुर या 18 किलोमीटर दूर समेली गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पैदल जाना पड़ता था. कई बार सिर्फ बुनियादी दवाओं के लिए भी उन्हें मीलों चलना पड़ता था. यह स्थिति ग्रामीणों के लिए बेहद कठिन और निराशाजनक थी.
पोटाली SHC को पुनर्जीवित करने की कोशिश लाई रंग: साल 2021-22 में, आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (HWC) योजना के तहत पोटाली SHC को पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव आया, तो यह ग्रामीणों के लिए एक नई आशा की किरण लेकर आया. जिला स्वास्थ्य टीम में शामिल WHO कंसलटेंट और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी ने पोटाली के लगभग 50-60 ग्रामीणों के साथ बैठकें की. जिसमें ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को अपनी समस्याओं के बारे में बताया. ग्रामीणों की अपील और दृढ़ संकल्प ने अधिकारियों को प्रेरित किया. जिसके बाद SHC पोटाली के जीर्ण-शीर्ण भवन का नवीनीकरण शुरू हुआ.