सहारनपुर : भीम आर्मी संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना लोकसभा से सांसद चंद्रशेखर पर हुए गत वर्ष हुए हमले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है. सहारनपुर कोर्ट में हमले के दो गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं, जबकि भीम आर्मी संस्थापक के चंद्र शेखर आजाद उर्फ़ रावण के बयान दर्ज होने हैं. हमले में घायल हुए चंद्र शेखर की गवाही अहम मानी जा रही है. कचेहरी में अधिवक्ताओं द्वारा नोवर्क के कारण तीसरे गवाह के बयान दर्ज नहीं हो पाए हैं. जिसके चलते अदालत ने सुनवाई के लिए 26 जून की अगली तारीख दी है.
आपको बता दें कि पिछले साल 29 जून को दिल्ली से लौटते वक्त नगीना से नवनियुक्त सांसद चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण कस्बा देवबंद में कुछ देर के लिए कार्यकर्ता के घर रुके थे. जैसे ही चंद्रशेखर अपने काफिले के साथ यूनियन तिराहे पर पहुंचे तो स्विफ्ट कार में सवार युवकों ने चंद्रशेखर की फॉर्चून गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. हमले में एक गोली चंद्रशेखर के पेट की खाल को छूकर निकली थी. जबकि, उनकी गाड़ी में कई जगहों पर गोलियों के निशान बने थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसके बाद पूरा मामला एससी/एसटी कोर्ट में पहुंच गया. जहां मामले की सुनवाई चल रही है.
दरअसल, चंद्रशेखर हमले का मामला अपर सत्र न्यायाधीश एससीएसटी कक्ष संख्या दो की अदालत में विचारधीन है. वहीं, ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते अधिवक्ता नोवर्क पर हैं. भीम आर्मी संस्थापक, आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष एवं सांसद चंद्रशेखर पर देवबंद में हुए जानलेवा हमले को लेकर चालक मनीष कुमार, साथी रामपुर मनिहारान निवासी डॉ. ब्रजपाल की गवाही हो चुकी है. जबकि, चंद्रशेखर और उनके प्रतिनिधि काशी मौर्य की गवाही होनी बाकी है.