पटना: लोकसभा चुनाव 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. बिहार में लोकसभा की 40 सीटों में से 6 सीट एससी-एसटी के लिए सुरक्षित है. लगातार दो लोकसभा चुनाव से सभी 6 सीट एनडीए के कब्जे में है. इनमें से आधे पर रामविलास पासवान के परिवार का कब्जा है. जीतना मांझी की तरफ से गया सीट पर दावेदारी की जा रही है. रामविलास पासवान के परिवार में भी हंगामा मचा है. जमुई सीट पर जदयू की भी नजर है. नीतीश कुमार, अशोक चौधरी को वहां से लड़ाना चाहते हैं. लोकसभा की सुरक्षित सीटों पर बीजेपी की भी नजर है.
सीट पर दावेदारी: बिहार में लोकसभा की सुरक्षित 6 सीटों में हाजीपुर, समस्तीपुर, सासाराम, गोपालगंज, गया और जमुई है. इसमें से हाजीपुर, समस्तीपुर और जमुई रामविलास पासवान के परिवार के पास है. हाजीपुर से पशुपति पारस सांसद हैं. वहीं उनके भतीजे प्रिंस राज समस्तीपुर से सांसद हैं. चिराग पासवान जमुई से सांसद हैं. समस्तीपुर और जमुई सीट पर जदयू की भी नजर है. समस्तीपुर से जदयू के महेश्वर हजारी सांसद रह चुके हैं. गोपालगंज और गया सीट अभी जदयू के पास है. बीजेपी के पास केवल सासाराम की सीट है, जहां से छेदी पासवान सांसद हैं.
आबादी के हिसाब से हिस्सेदारीः बिहार में हुई जातीय गणना सर्वे में एससी-एसटी की कुल आबादी 21% के करीब होने की बात बतायी गयी. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में अनुसूचित जाति की आबादी 2,56,89,820 है. यह संख्या करीब 19.65% है. अनुसूचित जनजाति की आबादी 21,99,361 है जो कुल आबादी का 1.68% है. 2014 में बीजेपी ने 22 सीट पर जीत दर्ज की थी. लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद 2019 में बीजेपी को पांच सीटिंग सीट छोड़ना पड़ा था. इसमें गया और गोपालगंज का सीटिंग सीट भी थी. 2014 में जनक राम गोपालगंज से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. गया सीट पर जदयू के सांसद हैं. लेकिन इस सीट पर बीजेपी इस बार अपना उम्मीदवार देना चाहती है. जीतन राम मांझी की नजर भी इस सीट पर है.
चाचा-भतीजा ने बढ़ायी टेंशनः 2019 में रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को 6 सीट दिया गया था. रामविलास पासवान के निधन के बाद पशुपति पारस और चिराग पासवान दो गुट में बंट गये. एक तरफ जहां चिराग पासवान लोजपा की सभी सीट चाहते हैं तो वहीं पशुपति पारस अपने को असली लोजपा बताते हुए सभी सीट पर दावेदारी कर रहे हैं. और सबसे अधिक विवाद हाजीपुर सीट को लेकर है. पशुपति पारस अभी वहां से सांसद हैं और फिर से चुनाव लड़ने की बात पर कर रहे हैं. चिराग पासवान जमुई से शिफ्ट होकर अब हाजीपुर से इस बार चुनाव लड़ना चाहते हैं.