रायपुर :छत्तीसगढ़ में हुए बिरनपुर हिंसा की जांच अब सीबीआई करेगी. इस हिंसा में मृत युवक के पिता और मौजूदा साजा विधायक ईश्वर साहू ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग सरकार से की थी. जिसके बाद सरकार ने इस घटना की जांच सीबीआई से कराने के लिए केंद्रीय एंजेसी को अनुरोध भेजा था.जिसे स्वीकार कर लिया गया है.
तीसरे चरण से पहले बिरनपुर की जांच का फैसला : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है. बिरनपुर दुर्ग लोकसभा के अंदर आता है. लिहाजा वोटिंग से पहले सीबीआई जांच का फैसला आने से कहीं ना कहीं इस बात का असर वोटिंग पर पड़ सकता है.क्योंकि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बिरनपुर हिंसा की आंच पूरे बेमेतरा जिले में फैली थी.जिसका नतीजा ये हुआ कि पूरे जिले में कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई. बिरनपुर हिंसा का ही असर था कि साजा विधानसभा सीट से कद्दावर नेता रविंद्र चौबे अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे थे.अब एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले बिरनपुर हिंसा की जांच को लेकर राजनीति भी तेज होने के आसार हैं.वहीं जब इस बारे में जब कांग्रेस से सवाल किया गया तो कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के लिए किसी की मौत सिर्फ राजनीति का विषय है.
'झीरम मामले में अभी तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है. बिरनपुर मामले में जब पीड़ित पिता सदन में रोए तब कहीं जाकर बीजेपी की नींद खुली.वहीं कवर्धा में गौसेवक साधराम की हत्या के मामले में भी न्याय नहीं मिला.जबकि ये गृहमंत्री का क्षेत्र है.ऐसे में बीजेपी सिर्फ राजनीति करना चाहती है.उसे आज अपनी ही पुलिस पर भरोसा नहीं है.इसलिए सीबीआई को जांच सौंपी गई है'.- धनंजय सिंह, प्रवक्ता कांग्रेस