जयपुर : हर घर तक नल से जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में घोटाले के आरोपों को लेकर अब सीबीआई भी सक्रिय हो गई है. इस मामले में सीबीआई ने इस साल मार्च में मुकदमा दर्ज किया था. अब सीबीआई ने आरोपियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है. जो आरोपी जेल में बंद हैं, उनसे पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई है. सीबीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आरोपियों से दिल्ली में पूछताछ की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार और घूसखोरी को लेकर सबसे पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पिछले साल अगस्त में मुकदमा दर्ज किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध रूप से धन के लेन-देन का मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद सीबीआई ने इस साल मार्च में जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर केस दर्ज किया था. राज्य सरकार ने 18 मार्च को इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जिसके बाद सीबीआई ने केस दर्ज किया है. इसमें फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर टेंडर लेने का आरोप लगाया गया था. उसमें पीएचईडी के अधिकारियों और निजी व्यक्तियों को भी आरोपी बनाया गया था. अब सीबीआई ने इस मामले में आरोपियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाने की कवायद शुरू कर दी है. जो आरोपी इस मामले में जेल में बंद हैं, उनसे पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति ली जा रही है.
एसीबी ने इंजीनियर्स को घूस लेते पकड़ा था :जल जीवन मिशन में गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब पिछले साल 6 अगस्त को एसीबी ने पीएचईडी के एक्सईएन मायालाल सैनी और जेईएन प्रदीप कुमार को ठेकेदार पदमचंद जैन से 2.20 लाख रुपए की घूस लेते पकड़ा था. इस कार्रवाई में अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था. बाद में सामने आया कि फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर 900 करोड़ रुपए के टेंडर लिए गए हैं. इसके साथ ही हरियाणा से चोरी के पाइप बिछाने का भी खुलासा हुआ था.