पूर्व राजमाता गायत्री देवी की कार से लेकर 9 दशक पुरानी गाड़ियों का प्रदर्शन... जयपुर. जयपुर के जय महल पैलेस में शुरू हुई विंटेज और क्लासिक कर एग्जिबिशन को देखने के लिए पहले दिन ही जयपुर राइट्स का उत्साह परवान पर दिखा. सुबह से ही उद्घाटन के साथ जब कारों को एक पंक्ति में खड़ा किया गया, तो सेल्फी लेने के लिए विजिटर में होड़ मची हुई नजर आई. हेरिटेज और क्लासिक कारों की रंग-बिरंगे मॉडल देखकर आजादी से पहले के जमाने की कार लवर्स की पसंद को लोगों ने करीब से समझा.
इस दौरान साल 1913 की कार भी इस एग्जीबिशन में नजर आई. 2 दिन के आयोजन के बाद कारों को बेहतर तरीके से संजोए रखने वाले ओनर्स को पुरस्कार भी दिया जाएगा. इन कारों को तीन अलग-अलग सेगमेंट विंटेज, क्लासिक और मॉडर्न क्लासिक क्षेत्र के जरिए एग्जीबिशन में जगह दी गई है.
विंटेज और क्लासिक कार एग्जीबिशन गायत्री देवी की कार में दिखाई दिलचस्पी :विंटेज और क्लासिक कार एग्जीबिशन में साल 1968 में स्पेन से पूर्व राजमाता स्वर्गीय गायत्री देवी की ओर से इंपोर्ट की गई मर्सिडीज कार भी देखने के लिए लोग पहुंचे. खास बात यह है कि सफेद रंग की इस गाड़ी को गायत्री देवी खुद ड्राइव किया करतीं थीं. अब इस कार को एग्जीबिशन के आयोजक और इवेंट के अध्यक्ष दया निधि कासलीवाल संभाल रहे हैं. उन्होंने इस कार को लेने के बाद रिस्टोर करवाया, ताकि जयपुर के पूर्व राज परिवार की शाही विरासत से लोग रूबरू हो सकें.
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इस साल आयोजन की सिल्वर जुबली :विंटेज और क्लासिक कार एग्जीबिशन की इस साल सिल्वर जुबली है. साल 1996 में इस आयोजन की शुरुआत की गई थी. हालांकि, कोरोना काल के बीच 3 साल तक आयोजन नहीं हुआ और लोगों की डिमांड पर फिर से इस आयोजन को शुरू किया गया. इस साल के आयोजन में 125 से ज्यादा कारों को शामिल किया गया है, जबकि पहली बार वाले आयोजन में महज 10 विंटेज कार ही शामिल हुईं थीं. आयोजकों का कहना है कि इस तरह के आयोजन से राजस्थान में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, साथ ही हेरिटेज का भी संरक्षण हो सकेगा.
पूर्व राजमाता स्वर्गीय गायत्री देवी खुद ड्राइव करतीं थीं ये कार