नई दिल्ली: नौकरी से निकल गए 10 हजार बस मार्शलों को अगले सप्ताह से दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के कार्यों में लगाया जाएगा. शनिवार को इसके लिए दिल्ली सरकार ने प्रस्ताव पास किया. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि सोमवार से बस मार्शलों को नोटिस जारी किया जाएगा. इसके बाद वह जिला अधिकारी के कार्यालय में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. फरवरी तक के लिए उन्हें प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभिन्न कार्यों में लगाया जाएगा. सभी बस मार्शलों को पक्की नौकरी देने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से प्रस्ताव बहुत जल्द ही उपराज्यपाल को भेजा जाएगा.
सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली में महिलाओं बच्चों की सुरक्षा और बुजुर्गों की मदद के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने बसों में बस मार्शल को नियुक्त किया था. लेकिन भारतीय जनता पार्टी को बच्चों बुजुर्गों व महिलाओं की सुरक्षा जची नहीं. 10 हजार बस मार्शलों के खिलाफ षडयंत्र रचकर अपने अफसर के साथ अप्रैल 2023 से उनकी तनख्वाह रोक दी. तत्कालीन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बस मार्शलों की तनख्वाह देने का कई बार आदेश दिया, लेकिन भाजपा के अधिकारियों ने बात नहीं मानी. अक्टूबर 2023 में बीजेपी ने अपने अधिकारियों के माध्यम से 10 हजार बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया.
सीएम आतिशी ने आगे कहा कि नौकरी से निकाले जाने के बाद जहां एक तरफ बसों में महिलाएं व बच्चे असुरक्षित हो गए. वहीं, दूसरी तरफ गरीब घर के 10000 लड़के-लड़कियां जो बस मार्शल की नौकरी करते थे वह बेरोजगार हो गए. अरविंद केजरीवाल ने कई बार इन बस मार्शलों को वापस नौकरी पर रखना को कहा लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद आम आदमी पार्टी में दृढ़ निश्चय लिया कि कितना भी संघर्ष करना पड़े लेकिन इन सभी बस मार्शलों को नौकरी पर वापस रखवाएंगे. 1 साल तक इन सभी बस मार्शलों ने नौकरी के लिए संघर्ष किया. आम आदमी पार्टी ने उनके संघर्ष में साथ दिया. विधायक से लेकर मंत्री तक पुलिस की लाठियां खाई.