बुरहानपुर। जिले में शुक्रवार को ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. गांव में सड़क की समस्या को ईटीवी भारत ने "मध्य प्रदेश की हकीकत! गांव में सड़क नहीं, मरीज को झोले में डाल तय करते हैं मीलों का सफर" शीर्षक से प्रसारित किया था. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और बुरहानपुर जनपद पंचायत के इंजीनियरों को मौके पर भेजा. इंजीनियरों ने बताया करीब 5 किमी लंबा रास्ता वास्तव में खराब है. सड़क निर्माण का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा है, अधिकारियों का कहना है कि अब इस पर स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा.
5 किलोमीटर तक कच्चा रास्ता, लोगों का चलना दूभर
दरअसल ग्राम पंचायत मालवीर के घावटी फालिया बस्ती से मुख्य मार्ग तक पहुंचने की करीब 5 किलोमीटर की सड़क आजादी के बाद से अब तक नहीं बनाई गई है. बारिश के दिनों में कीचड़ हो जाने से इस मार्ग की हालात बद से बदतर हो जाती है. आलम यह है कि गंभीर मरीजों व गर्भवती महिलाओं को घावटी फालिया से मुख्य मार्ग तक लाने के लिए झोला बनाकर कंधे के सहारे लाया जाता है. ईटीवी भारत ने सड़क समस्या को प्रमुखता से दिखाया और उसका असर भी हुआ है.
अधिकारियों ने किया निरीक्षण, जिला प्रशासन को भेजा प्रस्ताव
जनपद पंचायत बुरहानपुर के इंजीनियर एसएल जाधव ने बताया कि, ''कलेक्टर भव्या मित्तल के निर्देश पर जनपद पंचायत के अधिकारियों ने हमें घावटी फालिया में जांच के लिए भेजा. हमने जामटी से लेकर घावटी फालिया के रास्ते का बारीकी से निरीक्षण किया. इस दौरान हमें भी पैदल चलकर कच्चे रास्ते से सफर तय करना पड़ा, पूरे 5 किमी का रास्ता खराब है. इस पर दो पहिया वाहन तो दूर पैदल चलना भी दूभर है. यह बात सही है कि सड़क नहीं होने से निश्चित तौर पर ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सरपंच, सचिव और ग्रामीणों की मौजूदगी में प्रस्ताव तैयार किया गया है. अब प्रस्ताव जनपद पंचायत के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित करेंगे, आगे की कार्रवाई संबंधित अधिकारी करेंगे.''
Also Read: |