बुरहानपुर: देशभर सहित बुरहानपुर में देवी-देवताओं के अनगिनत मंदिर मौजूद हैं. इसमें से कई मंदिर पौराणिक मान्यताओं और चमत्कार के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, ऐसा ही एक मंदिर धूलकोट के गंभीरपुरा गांव में मौजूद हैं. इस मंदिर को मां जगदंबा देवी और शिवा बाबा के नाम से जाना जाता हैं. इस मंदिर की खासियत यह है कि इसका निर्माण दक्षिण भारत की कला पद्धति से किया गया है. 20 से ज्यादा कारीगरों ने एक साल की कड़ी मेहनत से भव्य मंदिर को बनाया है. इस मंदिर में बैठने भर से भक्तों को मन की शांति मिलती है, यह एक सिद्ध स्थान है.
बीमारियां होती हैं ठीक, मन्नत होती है पूरी
इस मंदिर को लेकर दावा है कि मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा की कृपा से जटिल बीमारियों और परेशानियों से निजात मिलती हैं और मन्नत पूरी होती है. पूरे साल मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, मन्नत पूरी होने पर भक्त हलवा और मिठाई का भोग लगाते हैं. माना जाता है हलवा और मिठाई मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा का अतिप्रिय प्रसाद है. हालांकि, अचानक यहां भीड़ कम हो गई है.
शिवा बाबा मेला पर लगती है भारी भीड़
पुजारी मेलचंद जाधवने बताया, " आमतौर पर इस गांव में ग्रामीणों के घर मेहमान कम आते हैं, लेकिन जैसे ही मेला शुरू होता है मेहमानों का जमावड़ा लग जाता है. दूर दराज से मेहमान अपने रिश्तेदारों के घर पहुंचन लगते हैं. यहां आए मेहमान मां जगदंबा देवी और शिवाबाबा के दर्शन करने आते हैं. स्थानीय लोग इस मेले को रिश्तों का मेला भी कहते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 12 दिवसीय मेले में दूर-दराज के रिश्तेदार साल में एक बार गंभीरपुरा जरूर पहुंचते हैं."