बुरहानपुर: नेपानगर क्षेत्र वनों से घिरा हुआ है, यहां हजारों हेक्टेयर में घना जंगल फैला हैं. पिछली बार नेपानगर क्षेत्र में अतिक्रमण ने पैर पसारे थे, अंधाधुंध जंगल कटाई और अतिक्रमण से क्षेत्र की छवि खराब हुई थी. ऐसे में पुलिस प्रशासन और वन विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दिया और पूरे क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया था. दोबारा अतिक्रमण ना हो और जंगल कटाई रोकने को लेकर प्रशासन ने फिर फ्लैग मार्च निकाला है.
अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन सख्त
दरअसल, प्रशासन जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई और अतिक्रमण रोकने सहित वन संरक्षण को लेकर बहुत सख्त है. अतिक्रमणकारियों पर पैनी नजर रखने के मकसद से प्रशासन द्वारा मुस्तैदी बरती जा रही है. इसी क्रम में गुरुवार को प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की ओर से संयुक्त फ्लैग मार्च निकाला गया. यह फ्लैग मार्च नेपानगर थाने से निकाला गया. इसमें करीब 150 अधिकारी, कर्मचारी, 30 वाहन, 2 वज्र वाहन, नेपानगर एसडीएम, एसडीओपी, 4 थानों के थाना प्रभारियों सहित 3 तहसीलदार शामिल हुए. यह फ्लैग मार्ग 6 घंटे में 80 किमी की दूरी तय कर वापस लौटा है.
वन क्षेत्र से पहले भी हटवाया अतिक्रमण
बता दें कि अप्रैल 2023 में जिला प्रशासन, वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से वन क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चलाया था. इसके तहत कड़ी मेहनत और सजगता से वन क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त भी कराया था. इसके बाद से प्रशासन द्वारा लगातार क्षेत्र में गश्त, फ्लैग मार्च किया जाता है. इस फ्लैग मार्च का उद्देश्य है कि वनों की रक्षा हो सके. इसके अलावा वन संरक्षण के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं.
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वन मंडल बुरहानपुर के उपमण्डलाधिकारी अजय सागर ने बताया, " गुरुवार को नेपानगर में फ्लैग मार्च निकाला गया. यह फ्लैग मार्च नेपानगर थाने से होते हुए मांडवा, बाकड़ी, नीमसेठी, हीरापुर, अतिक्रमण एरिया क्षेत्र, पलासपानी, घाघरला, नावरा, डाभियाखेड़ा, हिवरा, सीवल होकर वापस नेपानगर थाना पहुंचा. इसमें नेपानगर एसडीओ भागीरथ वाखला, एसडीओपी पुलिस निर्भय सिंह, एसडीओ अजय सागर सहित 150 अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे."