वाराणसी: बनारस की हवा अब बदल चुकी है. जहां पहले युवाओं को रोजगार के लिए एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस चक्कर लगाने पड़ते थे. अब ऐसा नहीं रह गया है. रोजगार मेला लगभग हर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित हो रहा है और बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं. बीते आठ साल में लगभग 609 निजी कंपनियों ने जिले के 68,821 युवकों को रोजगार दिया है. वहीं बीते एक साल में 10,917 युवाओं को नौकरी मिली है.
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि प्रदेश सरकार के प्रयासों का रंग दिखने लगा है और युवाओं को उनकी काबिलियत के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं. एक दौर था जब युवा सेवायोजन कार्यालयों में अपना रजिस्ट्रेशन करा लेते थे. उसके बाद नौकरी के अवसर मिलने का इंतजार करते थे. रोजगार मेलों की गिनती इतनी थी कि अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ती जाती, लेकिन रोजगार के अवसर कम होते जाते.
अब समय बदला हुआ दिखाई दे रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के नाते भी यहां पर रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को रोजगार देना सेवायोजन कार्यालय की प्राथमिकता में है. ऐसे में युवाओं से सेवायोजन पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की जा रही है, जिससे कि बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.
एक साल में आए 52 हजार आवेदन:रोजगार मेला प्रभारी बताते हैं कि, रोजगार मेलों में उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश, गाजियाबाग, नोएडा और राजस्थान जैसे राज्यों से कंपनियां आती हैं. ये निजी कंपनियां निजी क्षेत्र में नौकरी का मौका प्रदान करती हैं. उन्होंने बताया कि इन मेलों में लगभग 50 फीसदी नौकरियां आईआईटी और 12वीं पास को मिल रही हैं. वहीं एमए, बीए, बीकॉम, बीएड, पीएचडी, एमकॉम, बीसीए और बीटेक के साथ ही अन्य कोर्स के युवाओं को भी नौकरी के मौके मिल रहे हैं. बीते एक साल में 52,000 आवेदन मिले हैं, जिसमें से 10,917 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है. जिन्हें रोजगार नहीं मिला उन्हें भी ऑफर थे, लेकिन वे शहर के बाहर नहीं जाना चाहते थे.
8 साल में 68,821 युवाओं को रोजगार:रोजगार मेला के अधिकारियों ने बताया कि सेवायोजन कार्यालय 8वीं पास से लेकर एमसीए और पीएचडी तक के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा रहा है. इसमें हेल्पर, ऑपरेटर, अभिकर्ता, सिक्योरिटी गार्ड, सुपरवाइजर, ड्राइवर, एमआर, अकाउंटेंट, सेल्समैन, एक्जीक्यूटिव, मार्केटिंग, कैशियर, डिलीवरी ब्वाय, मैनेजर, स्टोर इंचार्ज, कोऑर्डिनेटर, ग्राफिक्स डिजाइनर, टेक्नीशियन आदि के पदों के लिए युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराया गया है. बीते एक वर्ष में 10,917 युवाओं को रोजगार मिला है, जबकि बीते 8 साल में बनारस के 68,821 युवाओं को रोजगार दिया गया है.
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