बिलासपुर: हिमाचल जैसे शांत राज्य में चोरी, डकैती, मर्डर जैसी घटनाएं बहुत ही कम या यूं कहें नाममात्र ही देखने को मिलती हैं. इस शांत पहाड़ी प्रदेश में पेड़ की शाख टूटने की आवाज भी दूर तक जाती है. बिलासपुर जिले में हुए गोलीकांड के बाद पूरा प्रदेश हिल गया. हर जगह इस वारदात की चर्चा होने लगी कि आखिर हिमाचल जैसे प्रदेश में इस तरह की घटना को कौन अंजाम दे सकता है और इसके पीछे किसी की क्या मंशा हो सकती है. मामला हाईप्रोफाइल हो गया, क्योंकि इसमें एक पूर्व विधायक के बेटे की संलिप्ता पाई गई. अब इस मामले में पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे को गिरफ्तार किया है. पूरे प्रदेश को हिलाकर रख देने वाले इस गोलीकांड में जाानिए कब-कब क्या हुआ.
- 20 जून को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर हमले का मुख्य आरोपी सौरभ पटियाल उर्फ फांदी पेशी के लिए कोर्ट परिसर पहुंचा था. इस दौरान कोर्ट परिसर के समीप दो युवकों ने उस पर फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में एक गोली सौरभ पटियाल को लग गई और दूसरी गोली वहां खड़ी एक गाड़ी के शीशे पर जा लगी, जिसके बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. आरोपी बचने के लिए कोर्ट परिसर की ओर भागा. लेकिन पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया. फायरिंग करने वाला आरोपी सन्नी गिल लुधियाना का शूटर निकाला.
- 21 जून को पुलिस शूटर सन्नी गिल से पूछताछ के बाद दो मुख्य आरोपियों तक भी पहुंच गई. जांच में शूटर सन्नी गिल के साथ बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर का बड़ा बेटा पुरंजन ठाकुर और उसका दोस्त गौरव नड्डा इस साजिश में सम्मिलित पाए गए, पुलिस ने बताया कि गौरव नड्डा के पिता के सरकारी आवास चंगर सेक्टर में आरोपी शूटर काफी दिनों से रह रहा था. पुलिस ने बैहना जट्टा के गौरव नड्डा को गिरफ्तार किया. जांच में सामने आया कि गिरफ्तार शूटर सन्नी गिल 15 जून से गौरव नड्डा के साथ उसके पिता के सरकारी आवास पर रह रहा था.
- हिमाचल प्रदेश का बिलासपुर शहर आज पूरा पुलिस छावनीं में तब्दील हो गया, जहां पर भी नजर दौड़ाए तो लोग कम बल्कि पुलिस अधिक दिखाई दे रही थी. ऐसा इसलिए क्योंकि एक ही समय पर बिलासपुर गोलीकांड मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन था. ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए शांति बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज हो गया था. हालांकि कुछ समय के लिए हालात बहुत तनावपूर्ण हो गया था. लेकिन पुलिस प्रशासन ने माहौल को खराब होने नहीं दिया और शांतिपूर्ण तरीके से दोनों पक्षों ने अपनी विरोध रैली निकाली.
- गोलीकांड के बाद सदर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे के नाम सामने आने के बाद 22 जून को भाजपा हमलावर हो गई. इसके विरोध में बिलासपुर में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी बिलासपुर पहुंच गया. भाजपा के ओर से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर सहित कई भाजपा नेताओं ने विरोध रैली निकाली. साथ ही सुक्खू सरकार पर निशाना साधा और उपायुक्त बिलासपुर के जरिए राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा.
- 24 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बंबर ठाकुर ने कहा यह गोलीकांड भाजपा की सोची समझी साजिश है. उन्होंने एम्स प्रशासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति को गोली लगी है, वो जिला अस्पताल में सही से बातचीत कर रहा था. खून की एक भी बूंद शख्स से नहीं निकली थी. बंबर ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा था कि फरवरी माह में उन पर हुए हमले के मामले को दबाने के लिए यह गोलीकांड करवाया गया था. इस गोलीकांड में एयर गन का प्रयोग हुआ है, जिस कारण युवक को कोई चोट नहीं आई.
- फरार चल रहे पुरंजन ठाकुर ने अग्रिम जमानत के लिए हिमाचल हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. 26 जून को याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट न पुरंजन को कोई राहत नहीं दी. कोर्ट ने सुनवाई के उपरांत आरोपी को 27 जून को सुबह दस बजे पुलिस के सामने सरेंडर करने को कहा था.
- 27 जून को पुरंजन ठाकुर अपने तीन साथियों के साथ कोर्ट में आत्मसमर्पण के लिए पहुंचा था. इसी दौरान बिलासपुर पुलिस की टीम ने पुरंजन ठाकुर को सुबह 9:30 के करीब जिला न्यायालय परिसर से गिरफ्तार कर लिया.