लखनऊ: वर्ष 2025 में लखनऊ शहर में 60 नई रोड स्वीपिंग मशीन उतारी जाएंगी, जिससे शहर की सड़कें पहले से अधिक साफ दिखेंगीं. इतना ही नहीं शहरवासियों को कुछ हद तक ट्रैफिक जाम से भी मुक्ति मिल सकती है. नगर निगम सभी विभागों के साथ मिलकर सड़कों पर फैले अतिक्रमण को 100 फीसदी हटाने के लिए कमर कसेगा.
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि नगर निगम हर वर्ष शहरवासियों की सहूलियत के लिए कई तरह के कार्य करती है. शहर को देश में सबसे साफ सुथरा बनाने की भी कवायद करता है. हालांकि, कई कार्य होते हैं जो किसी कारण से अधूरे रह जाते हैं. ऐसे में हमने वर्ष 2025 के लिए पहले से ही विजन तैयार कर लिया है. जिससे हर वर्ग के लोगों को लाभ होने के साथ ही शहर की सूरत भी बदलेगी.
नए साल में नगर निगम लखनऊ की योजनाओं पर संवाददाता की खास रिपोर्ट. (Video Credit; ETV Bharat) पूरे शहर में सड़को की सफाई करेंगी 60 स्वीपिंग मशीन: नगर आयुक्त ने बताया कि शहर में सफाई सबसे बड़ा मुद्दा है. ऐसे में हम नए साल में शहर को पूरी तरह से साफ रखने के लिए 60 रोड स्वीपिंग मशीन खरीद रहे हैं, जो 26 जनवरी तक सड़कों पर उतार दी जाएंगी. ये स्वीपिंग मशीन सिर्फ वीआईपी रोड पर ही नहीं हर जोन में जाकर सफाई करेंगी.
2025 में नहीं दिखेगा खुले में डंपिंग ग्राउंड:नगर आयुक्त ने बताया कि, कूड़े के 100 फीसदी निस्तारण के लिए बीते कुछ माह से नगर निगम कार्य कर रहा था. जिसे हम 2025 में पूरा कर लेंगे. अभी शहर 2000 टन कूड़ा जेनरेट करता है. नगर निगम नए वर्ष की शुरुआत में 1200 टन कूड़ा निस्तारित कर देगा. इतना ही नहीं अंत तक यह सौ फीसदी हो जाएगा.
इसके अलावा वर्ष 2024 तक कूड़ा खुले में इकट्ठा किया जाता है, जो ओपन गार्बेज डंपिंग था. वर्ष 2025 में ओपन गार्बेज डपिंग ग्राउंड पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे. नगर आयुक्त ने बताया कि 2025 में एसटीपी 1090 शुरू हो जाएगा. इससे रोजाना हैदर कैनाल से निकलने वाले 120 एमएलडी पानी को साफ कर गोमती नदी में भेजेंगे. जिसका हम इस्तेमाल बटलर झील में भेजने और सड़को को धोने के लिए करेंगे.
ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए नगर निगम अपनाएगा नया तरीका: इसके अलावा 2025 में नगर निगम लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए नए सिरे से कार्ययोजना बनाएगा. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि, जाम लगने का सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण है. नगर निगम 2025 की शुरुआत से ही अतिक्रमण हटाने के लिए सभी आवश्यक विभागों की मदद लेगा. यह ध्यान रखेंगे कि हटाया गया अतिक्रमण दोबारा ना हो सके. इसके लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.
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