छतरपुर: शहर के जांबाज टीआई अरविंद कुजूर ने एक बार फिर पुलिस विभाग का नाम रोशन करते हुए केएफ रुस्तमजी सम्मान पाने में सफलता हासिल की है. उन्हें एक जघन्य मामले में आरोपी को फांसी की सजा दिलवाने और हिंदू-मुस्लिम विवाद का निपटारा करने के लिए DGP द्वारा सम्मानित किया गया है. उन्हें साल 2023-24 के लिए विशिष्ट श्रेणी में आने के लिए पुरस्कार दिया गया है.
टीआई अरविंद कुजूर को दूसरी बार मिला यह सम्मान
मप्र शासन द्वारा छतरपुर सिटी कोतवाली में पदस्थ टीआई को भोपाल में समारोहपूर्वक प्रमाण पत्र देकर DGP के द्वारा सम्मानित गया. थाना प्रभारी अरविंद कुजूर को दूसरी बार यह सम्मान मिला है.
कोतवाली टीआई अरविंद कुजूर ने वर्ष 2020 में छतरपुर के सिविल लाईन थाना में पदस्थ रहते हुए एक जघन्य अपराध के मामले में आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई थी. आरोपी को सजा दिलाने में टीआई अरविन्द्र कूजुर ने अहम भूमिका निभाई थी. जिसको लेकर आज भोपाल में उन्हें पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना द्वारा केएफ रुस्तमजी अवार्ड से सम्मानित किया गया है.
थाना प्रभारी अरविंद कुजूर को फिर मिला केएफ रूस्तम सम्मान (Etv bharat) विभागीय अधिकारियों ने दी शुभकामनाएं
वहीं इसके पहले टीआई अरविंद कुजूर ने पन्ना जिले के अजयगढ़ थाने में पदस्थ रहते हुए अपनी सूझबूझ से हिन्दू-मुस्लिम विवाद को अपने स्तर पर शांत करवाने में अहम भूमिका निभाई थी. उस समय मध्य प्रदेश के DGP द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया था. दूसरी बार टीआई अरविंद कुजूर को केएफ रूस्तम जी सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें विभागीय अधिकारियों और उनके शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी है.
वहीं इस बारे मेंटीआई अरविन्द कूजुर ने कहा, "अभी भोपाल में हूं. ये सम्मान पुलिस विभाग को समर्पित है. मुझे दूसरी बार ये सम्मान मिला है. यह माता-पिता, गुरु और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो के मार्गदशर्न का फल है."