देहरादून: उत्तराखंड के कोऑपरेटिव बैंकों को प्रॉफिट में लाने के साथ ही प्रदेश की जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें इस पर सरकार जोर दे रही है. यही वजह है कि सहकारिता मंत्री और सचिव समय-समय पर समीक्षा बैठक कर तमाम जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को सहकारिता सचिव दिलीप जावलकर ने कोऑपरेटिव बैंकों की समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि राज्य और जिले के कोऑपरेटिव बैंकों में खराब प्रदर्शन करने वाले सभी ब्रांच मैनेजर और अन्य कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.
इसके साथ ही स्वास्थ्य समस्याओं के चलते बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले ब्रांच मैनेजर और कर्मचारियों को ''परफॉर्मेंस फॉर अस्वस्थ कर्मचारी'' प्रोग्राम के तहत अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त दी जाएगी. समीक्षा बैठक के दौरान सचिव दिलीप जावलकरने सभी डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंको में मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग की सुविधाओं को जल्द से जल्द शुरू करने का भी निर्देश दिए, ताकि ग्राहकों को आधुनिक सुविधा मिल सके.