धर्मशाला: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा है सुक्खू सरकार ने अपने 18 महीनों के शासन काल में बहानों के अलावा कुछ नहीं किया है, क्योंकि हिमाचल में पति-पत्नी और मित्रों की सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी को टिकट देने से कांग्रेस के अंदर ज्वालामुखी धधक रहा है और 10 जुलाई के बाद यह ज्वालामुखी फट जाएगा. मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह पत्नी को चुनाव नहीं लड़ाना चाहते थे, लेकिन उनकी मजबूरी है, क्योंकि हाईकमान का आदेश है. बिंदल ने कहा कि कोई मजबूर मुख्यमंत्री जन कल्याण नहीं कर सकता.
'प्रदेश में अपराधियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त'
कांग्रेस सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए राजीव बिंदल ने कहा कि एक साल में एक लाख नौकरियां देने के वादे करने वाली कांग्रेस में नौकरी देने वाले संस्थान को ही बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में अव्यवस्था का आलम है और प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. मुख्यमंत्री के करीबी पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे को पुलिस ने दूसरे राज्य से शार्प शूटर बुलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. प्रदेश में आए दिन हत्या, चोरी, ड्रग्स और चिट्टे के मामले बढ़ रहे हैं और सरकार का ऐसे लोगों को संरक्षण प्राप्त है.
'उपचुनावों के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार'
बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दो दर्जन से ज्यादा मित्रों को कैबिनेट रैंक और अन्य ओहदे बांट चुके हैं, लेकिन गरीबों के लिए उनकी सरकार का खजाना खाली है. मुख्यमंत्री हमेशा खजाना खाली होने का रोना रोते रहते हैं, लेकिन अगर खजाना ही खाली है तो विकास कहां से होगा. बिंदल ने कहा कि प्रदेश में हो रहे उपचुनावों के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार है. उनकी योजना के तहत तीन निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र स्वीकार नहीं किए गए. यदि समय पर त्यागपत्र स्वीकार किए होते तो लोकसभा चुनावों के साथ ये चुनाव भी हो जाते और जनता पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता.
'भाजपा ने सीएम सुक्खू के कार्यकाल में जीती चारों लोकसभा सीटें'
राजीव बिंदल ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने आप को मजबूत मुख्यमंत्री कहने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू के कार्यकाल में भाजपा ने लोकसभा की चारों सीटें जीती और मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र से भी भाजपा को बढ़त लेने से नहीं रोक पाए. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कर्ज लेने में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. कांग्रेस सरकार 18 माह में 30 हजार करोड़ कर्ज ले चुकी है और 9 हजार करोड़ कर्ज लेने की तैयारी है. बिंदल ने कहा कि आपदा के समय केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश सरकार को चार हजार करोड़ की सहायता प्रदान की, लेकिन प्रदेश सरकार ने उसमें भी भाई भतीजावाद को बढ़ावा दिया. बिंदल ने दावा किया कि प्रदेश में हो रहे उपचुनाव की तीनों सीटें भाजपा जीतेगी.
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