नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार अपना बजट पेश करने वाली है. तो दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सरकार का ध्यान उस घोषणा की तरफ दिलाया, जिसमें कहा गया था कि एशिया की सबसे बड़ी रेडिमेड गारमेंट मार्केट गांधीनगर की कायाकल्प की जाएगी. साथ ही पांच अन्य मार्केटों का भी री-डेवलपमेंट किया जाएगा.
बिधूड़ी ने केजरीवाल कि आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि किसी मार्केट की कायाकल्प या विकास तो दूर, इन मार्केटों की हालत और बुरी हो गई है. सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित है. दिल्ली विधानसभा में इस बारे में की गई घोषणा की बिधूड़ी ने सरकार को याद दिलाई.
दरअसल, 2022-23 के बजट में सरकार ने गांधी नगर की मार्केट की कायाकल्प के साथ-साथ पांच बड़ी मार्केटों कमला नगर, लाजपत नगर, खारी बावली, कीर्ति नगर और सरोजिनी नगर के रीडेवलपमेंट की योजना भी पेश की थी. इन मार्केटों के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया गया था.
बिधूड़ी ने कहा कि सरकार की तरफ से कहा गया था कि इस योजना के अंतर्गत इस राशि से सभी मार्केटों में पानी, सीवर, इलेक्ट्रिसिटी, फायर, टॉयलेट ब्लॉक्स, सड़कों का सौंदर्यीकरण और बाकी सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा. मगर, यह योजना सिर्फ कागजों में ही रह गई.
बीजेपी नेता ने कहा कि इन मार्केटों की कायाकल्प या रीडेवलपमेंट तो दूर की बात है, यहां मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं. हालत यह है कि मार्केटों में कूड़े के ढेर लगे हैं. सरकार ने दिल्ली की जनता और कारोबारियों को सपने तो दिखा दिए, लेकिन ये सपने घोषणा से आगे नहीं बढ़ पाए. बिधूड़ी ने मांग की कि सरकार इन महत्वपूर्ण मार्केटों के विकास के लिए किए गए अपने वादे को पूरा करें.