रांची: सोमवार 09 दिसंबर से शुरू हो रहे षष्ठम विधानसभा के पहले विशेष सत्र को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने भी कमर कस ली है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक हुई.
जिसमें यह सहमति बनी कि भले ही चुनाव के बाद के इस पहले सत्र में ज्यादातर विधायी औपचारिकता पूरी करनी हो. लेकिन इस सत्र में भी भाजपा के विधायक राज्य में गिरती कानून व्यवस्था, प्रदेश में अवरुद्ध विकास कार्य और जनता से जुड़े ज्वलंत मुद्दे पर मुखर दिखेंगे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद कहा कि वैसे तो ये सत्र बहुत छोटा है. निर्वाचित विधायकों के शपथ, राज्यपाल के अभिभाषण और अनुपूरक बजट से ज्यादा कुछ होना नहीं है. इसके बावजूद भाजपा के विधायक जनता के सवाल पर अपना नजरिया स्पष्ट रूप से रखेंगे.
बीजेपी विधायक दल का नेता कौन होगा? इस सवाल के जवाब में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस सत्र के बाद विधायक दल के नेता के नाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. इस विशेष सत्र के दौरान भाजपा की ओर से कौन-कौन विधायक चर्चा में भाग लेंगे यह आपस में तय कर लिया जाएगा. चार दिनों के सत्र के दौरान भी बीजेपी के विधायकों की बैठक होगी, अन्य सहयोगी दलों के साथ भी बैठक होगी और बहुत जल्द विधायक दल का नेता भी चुन लिया जाएगा.
चंपाई सोरेन बैठक में नहीं हुए शामिल
भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा विधायक चंपाई सोरेन शामिल नहीं हो सके, बाकी सभी 20 विधायक बैठक में उपस्थित रहे. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि चंपाई सोरेन ने फोन से आज उपस्थित नहीं रहने की जानकारी पहले ही दे दी थी. सोमवार से वह सदन की कार्यवाही में उपस्थित रहेंगे.