नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने लखनावली में कूड़े के ढेर को प्रोसेस करने के लिए बायो रेमेडिएशन प्लांट का बुधवार को शुभारंभ किया. इस प्लांट से 5 लाख टन कूड़े को एक साल में प्रोसेस करने का लक्ष्य रखा है. दादरी विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि अच्छे कार्यों में जनमानस का सहयोग बहुत जरूरी है. प्लांट में कूड़े को प्रोसेस करने में करीब 28 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के लखनावली में 5 लाख टन कूड़े का ढेर लगा है. बायो रेमेडिएशन प्लांट के जरिए इस कूड़े से प्लास्टिक, डस्ट व कंकर आदि को अलग किया जाएगा. यह कार्य भूमि ग्रीन एनर्जी नाम की कंपनी को दिया गया है. डस्ट का इस्तेमाल गढ्ढों को भरने व रोड निर्माण आदि में किया जाएगा. वहीं, अगर किसी को घर निर्माण के लिए डस्ट की आवश्यकता होगी तो वह यहां से प्राप्त कर सकता है. जबकि, सीएंडडी वेस्ट एवं प्लास्टिक का उपयोग सीमेंट कारखाने में किया जाएगा.
बायो रेमेडिएशन प्लांट के शुभारंभ पर दादरी विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए जनमानस का सहयोग बहुत जरूरी है. कूड़े को प्रोसेस करने के लिए प्लांट का अक्सर लोग विरोध कर देते हैं. जबकि, कूड़े को व्यवस्थित ढंग से प्रोसेस करना भी जरूरी है. अब कूड़े को प्रोसेस करने की नई-नई तकनीक व केमिकल आ गए हैं, जिससे बदबू नहीं आती. विधायक ने बायो रेमेडिएशन प्लांट के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार व उनकी पूरी टीम की सराहना की.
वहीं, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने बताया कि 5 लाख टन कूड़े को प्रोसेस करने के लिए कंपनी को एक साल का समय दिया गया है. इस पर करीब 28 करोड रुपए खर्च होंगे. लखनावली के पूरे कूड़े को प्रोसेस कर लेने के बाद अस्तौली स्थित लैंडफिल साइट पर ही कूड़ा निस्तारण किया जाएगा. इस दौरान प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डीके गुप्ता, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक चरण सिंह, मैनेजर प्रशांत समाधिया, सहायक प्रबंधक मनोज चौधरी, भूमि ग्रीन एनर्जी के निदेशक पंकज पसालकर और संकेत यादव आदि मौजूद रहे.
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