नवादा : जिसने उस वारदात की कहानी सुनी उसके रूह कांप उठे. भला सोचिए जिस नवादा के लोगों ने अपनी आंखों के सामने आशियाने को जलते हुए देखा होगा उसकी क्या हालत होगी. जब पीड़ितों ने अपना दर्द साझा किया, हर कोई हैरान रह गया.
''चारों ओर से हम लोग इन लोगों से घिरे हुए हैं. इनमें से कुछ लोग हम लोगों के साथ जातिय विभेद पैदा किए हुए हैं. यहां एक खास के नेतृत्व के कारण सारे लोग हम लोगों पर अत्याचार करते हैं. हमारा परिवार, मां, बहनें सभी सहमें हैं. कब क्या होगा, किसकी इज्जत लूट ली जाएगी, यह पता नहीं. हम लोग डरे हुए हैं. सरकार कोई मदद नहीं करती है. हम लोग क्या करें समझ नहीं आ रहा है.''-पीड़ित
'अपने मंसूबे में वो कामयाब रहा' :यह दर्द सिर्फ एक पीड़ित का नहीं है. बल्कि कई पीड़ितों ने अपनी पीड़ा को बताया. कहा कि किस प्रकार नंदू पासवान लागातार धमकी देता रहा और आखिरकार बुधवार की शाम को अपने मंसूबे में कामयाब होते हुए वारदात को अंजाम दे दिया.
''पहले भी नंदू पासवान ने धमकी दी थी. वो कहता था आग लगा देंगे. यहां नहीं रहने देंगे. उजाड़ देंगे. पहले से जमीन का विवाद था. यहां एक दो झोपड़ी को छोड़कर सबको आग लगा दिया.''- गोरेलाल रविदास, पीड़ित
हम लोगों की सुनने वाला कौन है ? : उस खौफनाक शाम की कहानी जाननी है तो सुनैना देवी से सुनिए, जो कहती हैं अचनाक अजीब सी आवाज आयी. लोग भागने लगे, कहने लगे आग लगा दी-आग लगा दी. हम लोगों की सुनने वाला कौन है, 'अब हम क्या खाएंगे, कहां जाएंगे?'.
''वे लोग 7 बजे आए थे, 100 की संख्या में थे, कह रहे थे हमारी जमीन पर से भाग जाओ, बम लेकर आए थे, फेंकने लगे. हम लोग बच्चों को लेकर भाग गए थे.''- मुनेश्वरी देवी, पीड़िता
पूरी बस्ती को आग के हवाले किया :बता दें कि, 18 सितंबर को शाम में 7 बजे झोपड़ियों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. नवादा सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना अंन्तर्गत देदौर गांव के कृष्णा नगर नदी पर स्थित बस्ती को आग के हवाले कर दिया गया.
अब तक 15 गिरफ्तार : नवादा पुलिस के मुताबिक, अब तक 15 की गिरफ्तारी की गई है. इनके पास से 3 देसी कट्टा, 3 मिस्ड फायर राउंड, 2 खोखा, 1 पिलेट और 6 मोटरसाइकिल बरामद की गई है. आरोपियों में प्राण विगहा के महेश कुमार, अखिलेश कुमार, रामनगीना पासवान, राजकुमार पासवान, अविनाश कुमार, विक्रम कुमार, दीपक कुमार, नंदू पासवान, मुकेश पासवान को गिरफ्तार किया गया है. वहीं वारसलिगंज के विकास पासवान, काशीचक निवासी पवन कुमार, दशरथ चौहान, और नालंदा जिले के रहुई के रामशरण चौहान, बद्री चौहान, सिपाही चौधन शामिल है.