पटना:आईपीएस की नौकरी से रिजाइन देने के बावजूद भी शिवदीप लांडेलगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर और पोस्ट को खूब पंसद किया जाता है. लोग अभी तक समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया? हालांकि वह स्पष्ट कर चुके हैं कि निजी वजहों से उनको ये फैसला लेना पड़ा है लेकिन वह बिहार में रहकर अपनी कर्मभूमि बिहार की सेवा करते रहेंगे. इसी बीच उन्होंने एक भावनात्मक संदेश सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें उनके इस्तीफे को लेकर एक संकेत छुपा है.
लांडे ने बताई इस्तीफे की वजह:आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से इस्तीफे की वजह बताई है. उन्होंने लिखा,'त्याग यह शब्द किताबों में पढ़ने में अच्छा लगता है, लेकिन गौरी, तुम्हारा त्याग ही मेरे इस निर्णय का कारण है. तुम्हारे समर्पण और मेरे बिहार के प्रति संवेदना को समझने के लिए मैं शब्द नहीं ढूंढ सकता. तुम्हारे इस त्याग के कारण मैंने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देने और बिहार में अपना अगला समय बिताने का निर्णय लिया.
क्या पत्नी के कारण दिया इस्तीफा?: शिवदीप लांडे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में जो बातें लिखी हैं, उससे पहली नजर में यही समझ में आता है कि उन्होंने अपनी पत्नी और परिवार के लिए आईपीएस की नौकरी छोड़ने का फैसला किया है. वह किसी कारण अब अपना अधिक से अधिक समय अपनी पत्नी-बेटी और परिवार को देना चाहते हैं. अपने पोस्ट में उन्होंने साफ-साफ लिखा है कि तुम्हारे (पत्नी ममता) त्याग के कारण मैंने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देने और बिहार में ही रहकर बिहार की सेवा करने का फैसला लिया है.
कौन हैं शिवदीप लांडे की पत्नी?:आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे की शादी महाराष्ट्र सरकार के मंत्री विजय शिवतारे की बेटी ममता से 2 फरवरी 2014 को हुई थी. अपनी पत्नी को वह गौरी कहकर बुलाते हैं. उनकी एक बेटी भी है, जिसका नाम अरहा है. उसके साथ वह अक्सर तस्वीर साझा करते रहते हैं.
19 सितंबर को दिया था इस्तीफा: शिवदीप लांडे ने 19 सितंबर को अपने इस्तीफे का ऐलान किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि पिछले 18 वर्षो से सरकारी पद पर अपनी सेवा प्रदान करने के बाद आज मैंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है. इन सभी वर्षो में मैंने बिहार को खुद से और अपने परिवार से भी ऊपर माना है. मैंने भारतीय पुलिस सर्विस से त्यागपत्र दिया है लेकिन मैं बिहार में ही रहूंगा और आगे भी बिहार मेरी कर्मभूमि रहेगी.